नगराध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव , 20 करोड़ के काम में भ्रष्टाचार का आरोप
नगराध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव , 20 करोड़ के काम में भ्रष्टाचार का आरोप
डिजिटल डेस्क, पवनी (भंडारा)। महिला नगराध्यक्ष पर पति के सहयोग से स्वयं के आर्थिक लाभ के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए 17 में 13 नगरसेवकों ने जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया है। सभी नगरसेवकों ने नगराध्यक्ष के तीन वर्षों के कार्यकाल में हुए 20 करोड़ नौ लाख 55 हजार के कामों की जांच करने की मांग की है। मामला पवनी नगर परिषद का है। अविश्वास प्रस्ताव दाखिल करने के बाद पवनी की राजनीतिक गलियारों का माहोल गर्म चल रहा है।
पवनी नगर परिषद के नगरसेवकों ने नगराध्यक्ष पूनम विलास काटेखाये पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं। नगरसेवकों के अनुसार नगराध्यक्ष वह नाम के लिए ही है । नगरपरिषद के कामों की कमान उनके पति मनोनीत सदस्य तथा जिला दूध संघ के पूर्व अध्यक्ष विलास काटेखाये के हाथ में है। अध्यक्ष पूनम विलास काटेखाये यह किसी भी सदस्य को विश्वास में लिए बिना पति विलास काटेखाये के आदेश अनुसार विकास काम का चयन करते हुए ठेका देती है। दूसरों के नाम पर स्वयं अधिक राशि वाले काम लेकर वह काम खुद किया जाता है। जिसके चलते नगरसेवकों ने महाराष्ट्र नगर परिषद, नगर पंचायती व औद्योगिक नागरी अधिनियम 1965 की धारा 55 - 1 के तहत अध्यक्ष पूनम विलास काटेखाये को अध्यक्ष पद का दुरूपयोग करने के आरोप में पद से हटाने की मांग की है।
17 में से इन 13 नगरसेवकों ने जताया अविश्वास
विजय रतिराम बानवकर, विजय महादेव उरकुडकर, श्रीमती नंदा ज्ञानेश्वर सलामे, गोपाल दशरथ नंदरधने, श्रीमती माया विसर्जन चौरसे, श्रीमती शोभना राजेश्वर गौरशेट्टीवार, नरेश सोमाजी तलमले, श्रीमती प्रियंका श्रीकांत जुमले, कमलाकर महादेव रायपुरकर, सुधीरा वासुदेव खोब्रागडे, श्रीमती रोशनी महेश्वर बावनकर, श्रीमती वंदना जयपाल नंदागवली, ताराचंद महादेव तुलसरक शामिल हैं।
इन कामों में भ्रष्ट्राचार होने का आरोप
नगर परिषद के तहत हुए करोड़ों रूपयों के विविध 16 कामों में भ्रष्टाचार होने का आरोप नगरसेवकों ने लगाया है। इन कामों में विठ्ठल गुजरी वार्ड, वैजेश्वर वार्ड में नाले की सुरक्षा दिवार बनाने, भाईतालाब वार्ड में सिमेंट की सड़क व नाली का निर्माण, भाईतालाब नेताजी वार्ड में मार्ग के विस्तारिकरण, वैजेश्वर वार्ड में सड़क का निर्माण, भिवापुर वाडी से श्रीराम मंदिर तक नाले पर सुरक्षा दीवार बनाने का काम, पवनी प्रवेशद्वार पर गौतम बुध्द वार्ड में मिट्टी की सुरक्षा दीवार बनाने व सौंदर्यीकरण करने, वैजेश्वर वार्ड, भिवापुर वाडी से म्हाडा घरकुल तक सिमेंट मार्ग व नाली निर्माण करने, श्रमपुरी वार्ड में सीमेंट रोड व नाली के कवर बनाने के कामों में गड़बडी करने का आरोप लगाए गए है। इसी तरह डा. बाबासाहब आंबेडकर तथा भगवान गौतम बुध्द के स्मारक का सौंदर्यीकरण करने, शिवाजी चौक के स्मारक परिसर में सौंदर्यीकरण करने, वैभव पतसंस्था से हायवे रोड पर सीमेंट की नाली बनाने के कामों में भी भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए अविश्वास प्रस्ताव दाखिल करने वाले 13 नगसेवकों ने मामले की जांच करने की मांग की है।