वनरक्षक की सड़क हादसे में मौत, पत्नी-बेटा घायल
जॉइनिंग लेने लांजी आ रहा था मृतक वनरक्षक वनरक्षक की सड़क हादसे में मौत, पत्नी-बेटा घायल
डिजिटल डेस्क बालाघाट। बाघ की गणना समाप्त कर अपनी नई पदस्थापना लेने लांजी आ रहे वनरक्षक की देर शाम सड़क हादसे में मौत हो गई। वनरक्षक अपनी पत्नी तथा एक बेटे के साथ लांजी आ रहा था और हाल ही में उसने अपना सामान लांजी स्थानांतरण होने के बाद शिफ्ट किया था, लेकिन ज्वाइनिंग लेने के पूर्व ही सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई। इस घटना में वनरक्षक की पत्नी और एक बेटे को चोट आई हैं, जिनका उपचार सिविल अस्पताल लांजी में किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वनरक्षक उमाशंकर पिता दिगंबर गुजरकर उम्र-45, पत्नी विमला और बेटे चैतन्य के साथ दो पहिया वाहन से अपने गृह ग्राम चिखला से लांजी की ओर आ रहा था। बताया गया कि भानेगांव के समीप ग्राम टेडवा में सामने से आ रहे दोपहिया वाहन चालक द्वारा उमाशंकर के वाहन को ठोस मार दी।
बड़े बेटे को बस से आने कहा
मृतक के बड़े बेटे मयूर ने बताया कि जॉइनिंग लेने के लिए पूरा परिवार लांजी आ रहा था। बाइक में जगह नहीं होने के कारण मुझे लांजी आने के लिए बस में बैठा दिया गया और मम्मी-पापा व भाई बाइक से लांजी आ रहे थे, लेकिन ये हादसा हो गया। खबर मिलते ही लांजी वन परिक्षेत्र के अधिकारी व कर्मचारीगण सिविल अस्पताल परिसर में मौजूद रहे।
इलाज के दौरान तोड़ा दम
हादसे के बाद लांजी की तरफ आ रही एंबुलेंस की मदद से जख्मी वनरक्षक अन्य दोनों घायलों को सिविल अस्पताल, लांजी लाया गया, जहां उपचार के दौरान वनरक्षक उमाशंकर ने दम तोड़ दिया। मामले की जानकारी लगते ही वनरक्षक के पिता एवं अन्य परिजन सिविल अस्पताल लांजी पहुंचे। शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के हवाले कर दिया गया।