आधे दर्जन गांवो के ग्रामीणजनो के बीच वन विभाग की कार्यशैली को लेकर आक्रोश 

बाघ ने किया महिला पर हमला आधे दर्जन गांवो के ग्रामीणजनो के बीच वन विभाग की कार्यशैली को लेकर आक्रोश 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-02 13:07 GMT
आधे दर्जन गांवो के ग्रामीणजनो के बीच वन विभाग की कार्यशैली को लेकर आक्रोश 

डिजिटल डेस्क,बालाघाट। बाघ के हमले से महिला की मौत हो गईं। यह घटना शुक्रवार की दोपहर करीब 2.15 बजे के आसपास की हैं। वारासिवनी परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम नांदगांव में हुईं। जानकारी के अनुसार खेत में काम कर रही 25 वर्षीय महिला लक्ष्मी पति विष्णु उइके ग्राम नांदगांव निवासी पर बाघ हमला किया जिसकी मौके पर ही मौत हो गईं। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणजनो का कहना रहा कि महिला खेत में बनाए गए खलिहान में काम कर रही थी इसी दौरान बाघ ने अचानक हमला कर दिया।

शोर मचाने के बाद भागा बाघ 

लोगों का कहना रहा कि आसपास खेत में काम कर रहे किसानों ने जब शोर मचाया तो बाघ करीब 200 मीटर दूर शव को छोड़कर भाग गया। इधर, घटना के संबंध में नांदगावं सरपंच विजय सहारे का कहना रहा कि ग्राम नांदगांव, सिर्रा, बोटेझरी, रमरमा, कोचेवाही, बुदबुदा, शेरपार सहित अन्य गांव जंगल से लगे हुए है। इन गांवो के आसपास विगत एक महीने से बाघ विचरण कर रहा हैं जिसकी जानकारी विभागीय तौर पर दिए जाने के बाद भी बाघ को पकडऩे के लिए अब तक किसी प्रकार के सकारात्मक कदम नही उठाए जा सके है। 

ग्रामीण बोले-दशहत में गुजार रहे जीवन 

इधर, दूसरी तरफ आसपास के करीब एक दर्जन से भी अधिक गांवो के लोगों का कहना रहा कि वे इन दिनो दहशत में जीवन गुजार रहे हैं। पूर्व में कई बार विभागीय अफसरों का ध्यान आकर्षित कराया गया हैं लेकिन इस संबंध में किसी प्रकार के कारगर कदम नहीं उठाए जा रहे है।

न पिंजरा लगाया और न ही चलाया रेस्क्यू अभियान 

हैरानी की बात तो यह है कि इन गांवो के आसपास बाघ के दस्तक देने की जानकारी विभागीय तौर पर पूर्व में दी जा चुकी है, लेकिन विभाग के अफसरो ने तो पिंजरा लगाया और न ही बाघ को पकडऩे के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया है। लोगों का कहना रहा कि आसपास के गांव जंगल से लगे हुए है जहां पर वन्यप्राणी विचरण करते हैं।  

72 हजार हैक्टेयर के जंगल में स्टॉफ की कमी, विलंब से पहुंचा विभागीय अमला

घटना के संबंध में ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग के अमले को सूचना देने के बाद भी मौके पर ढाई घंटे बाद विभाग का अमला पहुंचा। विभागीय सूत्रों के अनुसार तीन विस के अंतर्गत आने वाले इस जंगल के 72 हजार हैक्टेयर के वन क्षेत्र कान्हा पेंच कारिडोर मार्ग में करीब 27 वयस्क बाघों की उपस्थिति हैं, परन्तु विभाग के पास अमला मात्र पूर्व की तरह जंगल सुरक्षा के लिए ही निर्धारित हैं। स्टॉफ की भर्ती से बाघो की संख्या के हिसाब से नहीं होने के कारण गश्त नहीं हो पाती है और न ही ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा हैं। ऐसी स्थिति में आए दिन घटनाएं हो रही हैं।

इनका कहना है

मृतक महिला लक्षमीबाई खेत में काम करते हुए शौच के लिए जंगल के किनारे गई थी उसी दिशा पर बाघ उपस्थित था। बाघ ने महिला पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई। खेत में मौजूद परिजनो के शोरगुल करने पर बाघ शव को छोड़कर जंगल की तरफ चला गया। पंचनामा कार्रवाई कर मृतिका का शव उसके घर लाया गया है। शनिवार को पीएम कराया जाएगा। नियमानुसार अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार की राशि परिजनो को दी जाएगी। नये मुआवजा के संबंध में आदेश का इंतजार है, उसके अनुसार मुआवजा प्रकरण बनाया जाएगा। ग्रामीणों को जंगल में अकेले न जाने व सुरक्षित रहने की सलाह दी गई हैं। 
बी.आर सिरसाम एसडीओ कटंगी
 

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