हल्दीबाड़ी पहुंचे हाथी, विभाग रख रहा नजर - बिजुरी रेंज में हाथियों ने एक किसान को कुचल दिया था
हल्दीबाड़ी पहुंचे हाथी, विभाग रख रहा नजर - बिजुरी रेंज में हाथियों ने एक किसान को कुचल दिया था
डिजिटल डेस्क अनूपपुर/कोतमा । बिजुरी वन परिक्षेत्र अंतर्गत सुईडांड गांव में मंगलवार तड़के हाथियों के कुचलने से एक किसान की मौत हो गई थी। हालांकि घटना के बाद वन विभाग ने हाथियों को वापस छत्तीगढ़ के जंगल मेंं खदेड़ दिया था, लेकिन अभी हाथियों के इस क्षेत्र में प्रवेश करने की आशंका है। इसके देखते हुए वन विभाग ने चौकसी बढ़ा दी है।
विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि छग में वापस खदेड़े गए हाथियों के दल की मूवमेंट मध्य प्रदेश की सीमा में नहीं दिख रही है। हाथियों का यह समूह छत्तीसगढ़ राज्य के हल्दीबाड़ी के जंगलों में पहुंच गया है। वन विभाग छत्तीसगढ़ की टीम के संपर्क में है और हाथियों पर पर सतत निगरानी रखे हुए हैं। बताया जाता है कि बिजुरी वन परिक्षेत्र में छत्तीसगढ़ से भटक कर हाथियों का झुंड अक्सर प्रवेश कर जाता है। गत वर्ष एक दर्जन से ज्यादा हाथी करीब एक माह तक जिले की सीमा पर डटे थे। वहीं इस बार 1 सितंबर की सुबह बिजुरी परिक्षेत्र अंतर्गत बीट जर्राटोला में हाथियों का झुंड घुसा था। हाथियों के उत्पात से बचने के लिए अब वन महकमा नई कार्ययोजना तैयार कर रहा है। दूसरी ओर हाथियों के हमले में मारे गए कृषक रामचंद्र पाव के मुआवजे संबंधी दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं।
संयुक्त रूप से होगा अभियान
अनूपपुर वन मंडलाधिकारी अधर गुप्ता ने बताया कि वर्ष के 2 से ढाई महीने ही हाथियों की हलचल मध्य प्रदेश की सीमा में होता है। हालांकि दो माह में ही हाथी काफी नुकसान पहुंचा देते हैं। निगरानी के लिए छत्तीसगढ़ वन महकमे के साथ संयुक्त रूप से कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसमें दोनों राज्यों के 1-1 कर्मचारी हाथियों पर सतत निगरानी रखेंगे। साथ ही सीमावर्ती ग्राम के ग्रामीणों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा कि वे बगैर वन्य प्राणियों को नुकसान पहुंचाए खुद को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं। साथ ही सीमावर्ती वन परिक्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाएगी।
इनका कहना है
छत्तीसगढ़ राज्य के वन महकमे के साथ करवाई और निगरानी के लिए संयुक्त रूप से योजना बनाई जा रही है। सीमावर्ती ग्राम के ग्रामीणों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
अधर गुप्ता वन मंडलाधिकारी अनूपपुर