11 दलालों से 7 लाख रुपए के ई- टिकट बरामद , कालाबाजारी करने वालों में हड़कम्प
11 दलालों से 7 लाख रुपए के ई- टिकट बरामद , कालाबाजारी करने वालों में हड़कम्प
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। ट्रेनों में यात्रियों के हक पर डाका डालने वाले रेल टिकट दलालों पर आरपीएफ ने पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत अगस्त माह में ऑपरेशन थंडर के तहत छापेमारी करते हुए 11 दलालों से 7 लाख रुपए कीमत के 607 ई-टिकट जब्त करने में सफलता पाई है। पमरे के तीनों मंडलों में की गई छापेमारी से रेल टिकट की कालाबारी करने वाले दलालों में हड़कम्प मचा हुआ है। रेल टिकट की दलाली करने वाले ये लोग कई पर्सनल आईडी से टिकट बुक करा लेते हैं और मोटा कमीशन लेकर उन्हें बेच देते हैं। इन हरकतों की वजह से साधारण यात्रियों को त्योहार या सीजन में कन्फर्म टिकट नहीं मिल पाते और वो परेशान होते रहते हैं।
6 दलालों को पकड़ा गया
आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि रेल टिकट की दलाली करने वाले दलालों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई की योजना तैयार कर छापेमारी की गई , जिसमें जबलपुर मंडल में जबलपुर, सागर, दमोह, कटनी और सतना में 6 दलालों को पकड़ा गया। इसी प्रकार भोपाल मंडल में भोपाल में 2 दलालों की काली करतूतों को उजागर करने की कार्रवाई की गई। पमरे के कोटा मंडल में भी आरपीएफ ने शामगढ़ और सीआईबी कोटा के 3 ऐसे दलालों का पर्दाफाश किया है, जो लंबे समय से रेल टिकट की दलाली कर रहे थे। पमरे के तीनों मंडलों में रेल टिकट की कालाबाजारी करने वाले 11 दलालों पर छापेमारी कर 7 लाख 3 हजार 355 रुपए के 607 ई-टिकट जब्त किए गए।
दलालों की पर्सनल आईडी की भी जांच
पर्सनल आईडी की चैकिंग, जब्त टिकट्स का आईआरसीटीसी से पूछताछ रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर, भोपाल और कोटा में पकड़े गए दलालों से पूछताछ करने के साथ आरपीएफ की टेक्निकल टीम दलालों की पर्सनल आईडी की भी जांच करवा रही है, जिसका खुलासा होने से पुराने रिकॉर्ड भी सामने आने की संभावना है। जिनमें लाखों रुपए के ई-रेल टिकट की बुकिंग की ऐसी जानकारी सामने आ सकती है, जो रेल टिकट की दलाली करने वाले कालाबाजारियों की काली करतूतों का पर्दाफाश करने में मददगार साबित होगी। बताया जा रहा है कि आरपीएफ की टीम दलालों के ठिकानों से जब्त ई-टिकट का ब्यौरा आईआरसीटीसी से करवा रही है, जिससे यह पता चल सकेगा कि कौन सी आईडी से कब और कहां से किसके नाम पर टिकट बुक कराए जाते रहे हैं। इसके अलावा दलालों के यहां से जब्त किए गए मोबाइल फोन के नम्बरों और मैसेज की भी जांच की जा रही है, जिससे दलालों के संपर्क में रहने वाले लोगों और रैकेट का खुलासा होने की उम्मीद की जा रही है।