मंदिर से बड़ा है गुंडागर्दी का मुद्दा, धार्मिक ध्रुवीकरण पर भारी है विकास-बिजली
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मंदिर से बड़ा है गुंडागर्दी का मुद्दा, धार्मिक ध्रुवीकरण पर भारी है विकास-बिजली
डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की नजर है। पिछले 30 वर्षों में यूपी के लोगों ने सत्ताधारी दल को लगातार दूसरी बार सत्ता सौपने से परहेज किया है। ऐसे में सत्तारुढ भाजपा के सामने यह ‘मिथक’ तोड़ने की चुनौती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को भाजपा का ट्रम्प कार्ड माना जा रहा है पर आम मतदाताओं की नजर में मंदिर से बड़े दूसरे मसले हैं। योगी राज में गुंडागर्दी पर लगाम और पीएम आवास योजना सहित मुफ्त अनाज वितरण जैसे मुद्दे मतदाताओं को प्रभावित करते दिखाई दे रहे हैं तो दूसरी तरफ बढ़ती मंहगाई भाजपा के लिए परेशानी की सबब बन सकती है।
पूर्वांचल के आजमगढ़ जिले के रहने वाले एडवोकेट हरेंद्र सिंह जिले की सगड़ी तहसील में वकालत करते हैं। चुनावी चर्चा के दौरान सिंह कहते हैं कि राम मंदिर निर्माण की अपेक्षा अपराध नियंत्रण यहां बड़ा मुद्दा है। देवरिया के रहने वाले योगेश यादव का ख्याल भी कुछ ऐसी ही है, वे कहते हैं कि सिर्फ मंदिर मुद्दा नहीं है। मुफ्त टॉयलेट निर्माण और भरपूर बिजली आपूर्ति का भी असर भी भाजपा के पक्ष में दिखाई दे रहा है। आजमगढ़ के पडोसी जिले मऊ के दोहरीघाट बाजार में हमारी मुलाकात चाट-पकौड़े का ठेला लगाने वाले राजेन्द्र गुप्ता से हुई तो चुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी सबसे बडा मुद्दा है। बकौल गुप्ता ‘पहले यहा आए दिन हत्या, मारपीट व दुष्कर्म की घटनाएं होती रहती थी। पर योगी के राज में गुंडागर्दी खत्म हो गई है, लोगों में पुलिस प्रशासन का खौफ है। यूपी में इस बार किसकी सरकार के सवाल पर आजमगढ शहर से बाहर मिठाई की दुकान चलाने वाले रमेश यादव कहते हैं कि इस जिले में तो समाजवादी पार्टी का ही बोलबाला है पर दूसरे इलाकों के बारे में कुछ नहीं कह सकता। बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव यहीं से सांसद हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के गृह जिले गोरखपुर की गोला तहसील के नरहन गांव के रहने वाले श्रीप्रकाश पांडेय कौन जितेगा के सवाल पर सीधा जवाब देते हैं, ‘अपराध मुक्त समाज के लिए मैं तो भाजपा को ही वोट दूंगा।’ पांडे की माने तो यूपी में योगी सरकार के दौरान अपराधियों का वर्चस्व कम हुआ है। इसी इलाके के गोला बाजार में ई रिक्शा चलाने वाले जितेंद्र पासवान के ई-रिक्शा पर सवारी के दौरान विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर वे कहते हैं कि ‘मोदी ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। इस लिए भाजपा को वोट दूंगा।’ जबकि इसी बाजार में मिठाई की दुकान चलाने वाले कैलाश बरनवाल मंहगाई को लेकर भाजपा सरकार से नाराज दिखे। वे कहते हैं मैं पार्टी नहीं उम्मीदवार देख कर वोट दूंगा। बता दे कि यह बाहुबली हरिशंकर तिवारी का इलाका है। फिलहाल उनके बेटे विनय शंकर तिवारी इस सीट (चुल्लुपार) से बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे पर ऐन विधानसभा चुनाव के मौके पर उन्होंने पाला बदलते हुए सपा का दामन थाम लिया है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले हरपाल सिंह दिवाकर बाबतपुर एयरपोर्ट से कुछ दूरी पर मूंगफली बेचते हैं। चुनावी माहौल के बारे में पूछने पर कहते हैं कि इस बार भाजपा को योगी सरकार के काम की वजह से वोट मिलेगा। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर जाने के लिए हम प्रभाकर के सायकिल रिक्शे पर सवार हुए थे। मंजिल पर पहुंचने के बाद हमनें किराया चुकाते हुए उनसे चुनाव की चर्चा की तो वे बगैर किसी लांग लपेट के बोल दिए कि ‘हमें तो लग रहा है कि बाबा ही फिर आवेंगे’। कारण पूछने पर प्रभाकर बताते हैं कि ‘अभी पिछले सप्ताह ही श्रमिक योजना से मेरे खाते में एक हजार रुपए जमा हुआ है। बाबा नहीं आए तो यह मिलना बंद हो जाएगा ना।’
योगी नहीं विधायकों से नाराज हैं लोग
उत्तरप्रदेश की योगी सरकार की तारीफ करने वाले लोग स्थानीय विधायकों के प्रति अपनी नाराजगी का इजहार करने से नहीं चुकते। विधायकों से नाराजगी का आलम बस्ती से लेकर जौनपुर तक एक जैसा दिखाई दिया। जौनपुर जिले के मडियाहू कस्बे में मोटर मैकेनिक का काम करने वाले शख्स नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं कि योगी सरकार से यहां लोगों को कोई शिकायत नहीं है पर स्थानीय विधायक का कामकाज ठीक नहीं है। उम्मीदवार नहीं बदला गया तो चुनाव जीतना मुश्किल होगा। यहां भाजपा समर्थित अपना दल (एस) से डा. लीना तिवारी विधायक हैं। विधायकों से नाराजगी की बात को सही बताते हुए जौनपुर के एक वरिष्ठ पत्रकार कहते हैं कि ‘दरअसल कोरोना संकट के दौरान विधायकों की अपेक्षा सामाजिक संगठनों ने लोगों की ज्यादा मदद की। इससे लोग अपने विधायकों से नाराज है।’ वे बताते हैं कि जौनपुर जिले की केराकत सीट से भाजपा विधायक दिनेश चौधरी का तीन दिनों से पुतला फुंका जा रहा है। लोग योगी-मोदी जिंदाबाद और भाजपा विधायक दिनेश चौधरी मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। हालांकि वे इसमें राजनीतिक साजिश की संभावना से भी इंकार नहीं करते। हालांकि कोरोना संकट के दौरान विधायकों की विधायक निधि भी रोक दी गई थी इस वजह से भी वे लोगों की आकांक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके।