कर्ज के परेशान किसानों ने की आत्महत्या, मामले की जांच कर रही पुलिस
अलग- अलग मामले कर्ज के परेशान किसानों ने की आत्महत्या, मामले की जांच कर रही पुलिस
डिजिटल डेस्क, हिंगणघाट. प्राकृतिक आपदा के कारण किसान संकट का सामना कर रहे हैं। कई वर्षों से कम पैदावार हो रही है। इस बीच शासन दोहरी नीति अपना रहा है। इसके कारण किसानों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जाता है। कोई उपाय नहीं होने से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। ऐसी ही एक घटना हिंगणघाट तहसील के कानगांव में हुई। कानगांव निवासी अशोक निंबाजी मोहीजे (57) नामक किसान ने बैंक के कर्ज से तंग आकर 31 जुलाई को आत्महत्या कर ली। कानगांव निवासी किसान अशोक निंबाजी मोहीजे पर जिला सहकारी बैंक का ब्याज समेत 60 हजार रुपए कर्ज था। कर्ज लौटाना संभव नहीं होने के कारण उन्होंने आत्महत्या करने की बात कही है। उनके पास मौजा नांदगांव मेडुकडोह में 1. 14 आर खेती है। घटना की जानकारी सरपंच सतीश ठाकरे ने अल्लीपुर पुलिस थाना के पुलिस निरीक्षक सुनील गाडे को दी। पुलिस ने पंचनामा कर मृतदेह का पोस्टमॉर्टम के लिए वर्धा के जिला सामान्य अस्पताल में भेज दिया। अल्लीपुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
किसान ने गटका जहर
उधर यवतमाल के ग्राम रामनगर (रूई) निवासी किसान ने शनिवार की शाम कीटनाशक प्राशन कर खुदकुशी कर ली। मृतक किसान की पहचान रामनगर निवासी वसंत ब्रम्हा जाधव (50) के तौर पर हुई है। वसंत ने इस वर्ष अपने खेत में कपास, सोयाबीन, तुअर आदि फसल की बुआई की थी, लेकिन अतिवृष्टि के चलते फसल बर्बाद हो गई। दूसरी ओर सिर पर कर्ज बढ़ने से वह परेशान था। ऐसे में बीती शाम उसने अपने घर में जहर गटककर आत्महत्या कर ली। वसंत पर अलाहाबाद बैंक, जिला मध्यवर्ती बैंक और निजी कर्ज होने की जानकारी परिजनों ने दी है। बैंक से कर्ज लेकर ट्रैक्टर खरीदा था। उसकी किश्त बकाया होने की बात कही जा रही है।