साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन: तुकड़ोजी महाराज ने साहित्य और भजनों से समाज को दिखाई दिशा - फडणवीस

  • आजनसरा में साहित्य सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर रखी राय
  • बापू कुटी पहुंचकर गांधीजी को किया नमन
  • समाज के अंतिम व्यक्ति को अग्रिम पंक्ति में लाना ही गांधीजी का सपना

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-03 13:17 GMT

डिजिटल डेस्क, हिंगणघाट. राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज का काल, गुलामी, अज्ञान, अंधश्रद्धा का काल था। समाज में असमानता तथा युवा अज्ञानता की अवस्था में थे। ऐसी स्थिति में राष्ट्रसंत ने युवाओं को भजन से मोहित कर प्रबोधन किया। संपूर्ण समाज को दिशा देने का काम राष्ट्रसंत ने किया। यह विचार उपमुख्यमंत्री व जिले के पालकमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने व्यक्त किए। तहसील के श्री क्षेत्र आजनसरा के श्री संत भोजाजी महाराज देवस्थान व अखिल भारतीय श्रीगुरुदेव सेवा मंडल, श्री क्षेत्र गुरुकुंज आश्रम की ओर से आयोजित राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने किया। इस समय सांसद रामदास तड़स, विधायक रामदास आंबटकर, सम्मेलन के स्वागताध्यक्ष विधायक समीर कुणावार, विधायक डॉ. अशोक उईके, विधायक कीर्तिकुमार भांगड़िया, विधायक संजीवरेड्डी बोदकुरवार, जिलाधिकारी राहुल कर्डिले, पुलिस अधीक्षक नुरूल हसन, गुरुवर्य महंत सुरेश शरण शास्त्री महाराज, पूर्व जिप अध्यक्ष सरिता गाखरे, नितीन मड़ावी, अ.भा.गुरुदेव सेवा मंडल के सर्वाधिकारी तथा सम्मेलनाध्यक्ष लक्ष्मण गमे, प्रचार प्रमुख प्रकाश महाराज वाघ, श्रीसंत भोजाजी महाराज देवस्थान के अध्यक्ष डॉ. विजय पर्बत आदि उपस्थित थे।

फडणवीस ने कहा कि आजनसरा परिसर में 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई अंतर्गत आएगा। वर्ष 2000 में भूमिपूजन हुए आजनसरा बैरेज के टेंडर दो माह में निकाला जाएगा। पाइप डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क पद्धति से यह क्षेत्र सिंचाई अंतर्गत आने की बात उन्होंने कही। जिले में सोयाबीन की फसल पर यलो मोजैक के प्रकोप के कारण हुए नुकसान की जानकारी बीमा कंपनी को देकर तत्काल पंचनामा करने के निर्देश दिए। गत वर्ष किसानों को 11 हजार करोड़ रुपए की नुकसान भरपाई दी गयी थी। इस वर्ष भी नुकसानग्रस्तों को मदद देने की भूमिका है। इस समय फडणवीस ने बताया कि मोझरी आश्रम परिसर के शेष काम पूर्ण किए जाएंगे। इधर श्री संत भोजाजी महाराज देवस्थान की ओर से चलाए जाने वाले विविध उपक्रमों का फडणवीस के हाथों ई-भूमिपूजन किया गया। इसमें स्पर्धा परीक्षा अकादमी, मुक्तांगण बाग, कामधेनु गौशाला व ग्रामगीता भवन शामिल हैं। श्री संत भोजाजी महाराज का दर्शन व आरती करने के बाद फडणवीस ने श्री संत भोजाजी देवस्थान में दर्शन किए।


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