दस्तक: पुलिस आरक्षक कोरोना संक्रमित, 6 पुलिसकर्मी भी आइसोलेट
लापरवाही का नतीजा- महीनेभर बाद जिले में मिला कोरोना पॉजिटिव, लांजी थाने में सिपाही है संक्रमित दस्तक: पुलिस आरक्षक कोरोना संक्रमित, 6 पुलिसकर्मी भी आइसोलेट
डिजिटल डेस्क बालाघाट। लगातार बरती जा रही लापरवाही का नतीजा शनिवार देर शाम कोरोना संक्रमित मरीज के रूप में सामने आया है। जिले के लांजी थाने में पदस्थ 25 वर्षीय आरक्षक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। ओमिक्रॉन की दहशत के बीच जिले में महीनेभर बाद कोरोना संक्रमित मिलने से स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप है। जानकारी के अनुसार, कोरोना की चपेट में आए आरक्षक ने लक्षण महसूस होने के बाद 23 दिसंबर को आरटीपीसीआर जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट में उसे संक्रमित पाया गया। रिपोर्ट आते ही थाने के छह आरक्षकों को भी होम आइसोलेट कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, संक्रमित आरक्षक की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है यानी हाल के दिनों में आरक्षक ने किसी दूसरे शहर की यात्रा नहीं की है। इसके बाद भी उसका संक्रमित मिलना विभाग की चिंता बढ़ा रहा है। हालांकि, जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से लांजी में हैदराबाद, नागपुर सहित अन्य शहरों में रोजगार कर रहे लोग लांजी आए थे। संभव है कि अप्रत्यक्ष रूप से उनके संपर्क में आने से आरक्षक कोरोना की चपेट में आया है।
जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा सैंपल
जानकारी के अनुसार, विभाग ने रविवार को आरक्षक का दोबारा सैंपल लिया है, जिसे जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरक्षक के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चों की भी जांच की जा चुकी है, जिसमें उनकी निगेटिव आई है। सुरक्षा के लिहाज से फस्र्ट कॉन्टैक्स हिस्ट्री में आए लांजी थाने के छह आरक्षकों के साथ संक्रमित पाए गए आरक्षक के परिवार को भी होम आइसोलेट कर दिया गया है। साथ ही घर के बाहर कंटेनमेंट जोन की सूचना चस्पा कर दी गई है।
चौकियों से बुलाया गया बल
जानकारी के अनुसार, लांजी थाने में लगभग 45 पुलिसकर्मियों का स्टाफ है। इसमें एक साथ छह आरक्षकों को होम आइसोलेट कर दिया गया है। पुलिस कार्य में बाधा न पहुंचे, इसलिए पुलिस प्रशासन ने लांजी क्षेत्र के स्थानीय चौकियों में पदस्थ आरक्षकों को लांजी थाने में अस्थायी रूप से तैनात किया है। बताया गया कि अभी सभी छह आरक्षकों की रैपिड एंटीजन जांच हुई है। संभवत: आज सभी आरक्षकों की आरटीपीसीआर जांच होगी।
जारी है बेफिक्री, प्रोटोकॉल बना मजाक
ओमिक्रॉन की दहशत को देखते हुए राज्य शासन ने नाइट कफ्र्यू लगा दिया है। शासन-प्रशासन लगातार लोगों से भीड़ में शामिल न होने, मास्क पहनकर बाहर निकलने और हाथों को सैनिटाइज करने जैसे नियमों का पालन करने की हिदायत दे रहे हैं। इन चेतावानियों का न आम जनता पर असर हो रहा है न जनप्रतिनिधियों पर। शहर में राजनीतिक दलों द्वारा प्रदर्शन अथवा कार्यक्रम कर भीड़ जमा की जा रही है। वहीं, लोग भी इसमें शामिल होकर खतरे को न्योता दे रहे हैं।
टीकाकरण के नए फेज़ की तैयारी में विभाग
शनिवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन में 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू करने की घोषणा के बाद विभाग शासन स्तर से मिलने वाली गाइडलाइन के इंतजार में है। इसके अलावा 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों व फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ वर्करों को तीसरा (बूस्टर) डोज देने की तैयारियों की रूपरेखा बना रहा है। टीकाकरण अधिकारी डॉ. परेश उपलप ने बताया कि सोमवार को जिला शिक्षा विभाग से संपर्क कर स्कूली बच्चों की सूची मंगाई जाएगी, जिसमें 15 से 18 साल के बच्चे आते हैं। इसके अलावा बुजुर्गों तथा फ्रंटलाइन व हेल्थ वर्करों के टीकाकरण के लिए योजना तैयारी की जा रही है।
इनका कहना है-
लांजी थाने में पदस्थ एक आरक्षक कोरोना संक्रमित मिला है। उसका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया गया है। संक्रमित की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली यानी संक्रमण की कोई भी वजह हो सकती है। इसके लिए लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बेहद जरूरी है।
डॉ. मनोज पांडेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बालाघाट
लांजी थाने के एक आरक्षक सहित 7 पुलिसकर्मियों को होम आइसोलेट रखा गया है। कॉन्टैक्ट में आए छह आरक्षकों की संभवत: आज आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। कार्य प्रभावित न हो इसलिए चौकियों से आरक्षकों को थाने में तैनात किया गया है।
दुर्गेश आर्माे, एसडीओपी, लांजी