कोर्ट ने दी 5 छायादार पेड़ लगाने की सजा, एक वर्ष पौधों की करनी होगी देखभाल
कोर्ट ने दी 5 छायादार पेड़ लगाने की सजा, एक वर्ष पौधों की करनी होगी देखभाल
डिजिटल डेस्क, सतना। मारपीट के एक मामले में एट्रोसिटीज एक्ट के विशेष न्यायालय ने आरोपी को 5 छायादार पेड़ लगाने की अनोखी सजा दी है। न्यायाधीश अजीत सिंह की अदालत ने आरोपी का चाल-चलन देखते हुए एक वर्ष के लिए सदाचार बनाए रखने के साथ पर्यावरण सुधार सम्बंधी कार्य की परिवीक्षा पर छोड़ते हुए ये सजा सुनाई। अदालत ने स्पष्ट किया है कि घुंघचिहाई निवासी आरोपी शुभम सिंह अपने गांव की प्राथमिक शाला या पंचायत भवन में 5 छायादार वृक्ष के पौधे लगाएगा, एक वर्ष तक उन्हें पानी देगा और पौधों की पूर्ण सुरक्षा करेगा। अदालत ने आरोपी से उक्त कार्य के लिए 20 हजार की 2 सक्षम प्रतिभूति व मुचलका जमा कराया है। ऐसा न करने पर या विफल रहने की दशा में सेंट्रल जेल में दाखिल किए जाने का निर्णय सुनाया है।
सरपंच देगा रिपोर्ट
आरोपी के द्वारा अदालत के आदेश का पालन किया गया या नहीं इसकी रिपोर्ट गांव के सरपंच को एक वर्ष बाद देनी होगी। इसके लिए अदालत ने निर्णय की एक प्रति सरपंच को भेजी है।
क्या है मामला
प्रकरण के मुताबिक कोलगवां थाने में बृजभान साकेत ने आरोपी के खिलाफ 14 नवम्बर 2013 को इस आशय की रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह दोपहर 1 बजे घुंघचिहाई गांव में विधानसभा के बहुजन समाजपार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने गाड़ी से गया था। जहां आरोपी ने अपमानित कर मारपीट कर चोट पहुंचाई।
परिवीक्षा का लाभ
अदालत ने आरोपी को एससीएसटी एक्ट, आईपीसी की धारा 294, 506 बी और 427 से दोषमुक्त कर दिया, लेकिन मारपीट करने का दोषी पाया। अदालत ने प्रथम अपराध होने और 5 वर्ष तक अभियोजन का सामना करने पर आरोपी को पेड़ लगाकर पर्यावरण सुधारने की परिवीक्षा पर रिहा करने का निर्णय सुनाया।
5 दिन से लापता युवक का खंडहर में मिला शव
कोटर थाना अंतर्गत गोरइया से लापता युवक का शव नदी के किनारे खंडहर में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है तो घटनास्थल को देखकर हत्या की आशंका जताई जा रही है। थाना प्रभारी गोपाल चौबे ने बताया कि मंगलवार सुबह गांव की एक महिला नदी की तरफ गई थी, जहां त्रिखोली सिंह के पुराने खंडहर हो चुके घर के हिस्से में अज्ञात क्षत-विक्षत शव देखकर घबरा गई। उसने तुरंत ही परिजन को खबर दी, जिन्होंने डायल 100 पर सूचित किया, तब वह मौके पर पहुंच गए। इस बीच बड़ी संख्या में ग्रामीण भी आ चुके थे जिसमें से मोहम्मद दाउद ने मृतक की पहचान अपने बेटे मोहम्मद जिलानी 21 वर्ष के रूप में कर ली। तब पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।