गौवंश का संरक्षण राज्य शासन की प्राथमिकता
गौवंश का संरक्षण राज्य शासन की प्राथमिकता
डिजिटल डेस्क, अनुपपुर। लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि गौवंश संरक्षण एवं संवर्धन राज्य शासन की प्राथमिकता है। इसके लिये जन सहयोग से समन्वित प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि रहली विधानसभा क्षेत्र में 2 करोड़ 81 लाख रूपये की लागत से 7 गौशालाओं का निर्माण कराया गया है। उन्होंने यह बात 81 लाख रूपये की लागत बनाई गई तीन आधुनिक गौशालाओं के लोकार्पण अवसर पर कहीं। मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति में गौमाता का धार्मिक और अध्यात्मिक महत्व बतलाया गया है। वैदिक काल में गौवंश आर्थिक सम्पन्नता का परिचायक भी थी। गाय का महत्व मानव जीवन में उपयोगिता के आधार पर ही निर्धारित हुआ है। उन्होंने कहा कि गाय से उत्पादित दूध, गौ-मूत्र और गोबर मानव जीवन के लिये काफी उपयोगी हैं। मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में गौ-केबिनेट का आयोजन कर राज्य सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता स्पष्ट की है। गौवंश हिन्दूओं की आस्था का प्रतीक है। इनके संरक्षण के लिये राज्य सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे है। मंत्री श्री भार्गव ने बताया कि रहली क्षेत्र में पूर्ण सुविधा युक्त गौशालाओं का निर्माण कराया गया है। रहली तहसील में ग्राम भोंरदहार बेलई, ताल सैमरा, टिकीटोरिया तथा मगरौन में 50-50 लाख रूपये की लागत से बनाई गई गौशालाऐं संचालित हैं। ग्राम समनापुर कलां, छिरारी और बलेह में 27-27 लाख रूपये की लागत से बनाई गई गौशालाओं का गत दिवस लोकार्पण किया गया है। इन सभी गौशालाओं को पूर्ण सुविधा युक्त बनाया गया है। गौवंश के नियमित देख-रेख और भोजन-पानी की पूर्ण व्यवस्था की गई है। इन गौशालाओं में अभी एक हजार गायों को रखने की व्यवस्था है।