अनूपपुर: कैलाश का संबल बनी मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना

अनूपपुर: कैलाश का संबल बनी मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-28 09:46 GMT
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डिजिटल डेस्क, अनूपपुर। अनूपपुर विकासखंड कोतमा अंतर्गत ग्राम चाका मे रहने वाले कैलाश जायसवाल भी उन लोगों मे से हैं, जिन्होंने कोरोना महामारी के कारण जारी लाकडाउन में बेराजगारी और आर्थिक संकट की विभीषिका को झेला है, अपनी सायकल पर गांव-गांव, घर-घर तथा हाट बाजारों में घूम घूमकर सब्जी बेचने वाले कैलाश के सामने अचानक ही आजीविका का संकट उत्पेन्न हो गया। परिवार में माता पिता, दिव्यांग भाई एवं पत्नी के भरण पोषण की जिम्मेदारी कैलाश के उपर ही थी, ऐसे में कोरोना महामारी के कारण देश व्यापी लाकडाउन के कारण स्थानीय स्तर पर भी उनके व्यवसाय मे कमी आयी और आय इतनी नहीं हो रही थी कि उससे परिवार की जरूरतें आसानी से पूरी की जा सकें। घर परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए धीरे-धीरे जमा पूंजी भी खत्म होने लगी, ऐसे में कैलाश ने लाकडाउन के दौरान ग्राम स्तर पर मनरेगा योजनांतर्गत प्रारंभ हुये कार्यों में मजदूरी करने लगे क्योंकि आय के अन्य विकल्प लगभग बंद हो चुके थे। इन विपरीत परिस्थितियों में मध्यप्रदेश शासन की मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना कैलाश के लिए संजीवनी साबित हुयी और कामगार सेतु में पंजीयन प्रारंभ होते ही कैलाश ने मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन टीम कोतमा के सहयोग से अपना पंजीयन कराया और दस हजार रूपये ब्याज मुक्त ऋण हेतु आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण कीं। कैलाश ने बताया कि बैंक से राशि स्वी्कृति का मैसेज जैसे ही उसके मोबाईल पर आया, मुझे बहुत खुशी हुयी और दूसरे ही दिन बैंक जाकर ऋण वितरण की प्रक्रिया पूर्ण कराया, मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा निगवानी द्वारा मुझे पूरा सहयोग प्रदान करते हुए, ऋण जारी कर दिया गया। प्राप्त ऋण राशि से पुनः मैं चलती फिरती दुकान में फल और सब्जी लेकर निकल पड़ा और प्रतिदिन दो सौ से तीन सौ रूपये आराम से कमा लेता हूं। आज मैं बहुत खुश हूं, मेरा काम धंधा बंद हो जाने के कारण मेरे पास पूंजी की कमी हो गयी थी वह शासन ने दूर कर दिया है, अगर मुझे यह ऋण नहीं मिलता तो अपना व्यवसाय फिर से प्रारंभ नहीं कर पाता।

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