ब्लैक फंगस: 5 दिन में 10 संदिग्ध मरीज मिले, 8 भोपाल रेफर
ब्लैक फंगस: 5 दिन में 10 संदिग्ध मरीज मिले, 8 भोपाल रेफर
- आंखों में दर्द और चेहरे में बदलाव की समस्या लेकर आ रहे मरीज
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल के पुराने आईसोलेशन वार्ड को 22 मई को ब्लैक फंगस वार्ड में तब्दील किया गया है। इस वार्ड में आंखों में सूजन, दर्द और चेहरे में बदलाव की समस्या लेकर आए दस मरीजों को भर्ती किया गया था। इनमें से 8 मरीजों को हालत में सुधार न आने पर भोपाल रेफर किया गया है। इसके पूर्व एक मरीज को कोविड यूनिट से सीधे भोपाल भेजा गया था। वहीं एक संदिग्ध मरीज की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। इसके अलावा नागपुर में शिक्षक कॉलोनी निवासी एक महिला ने दम तोड़ा था।
कोरोना वायरस के इलाज के बाद ब्लैक फंगस की समस्या से जूझ रहे मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में पिछले पांच दिनों में दस मरीजों को भर्ती किया गया था। इनमें से दमुआ निवासी एक महिला मरीज की छुट्टी हो चुकी है। वहीं कोऑपरेटिव बैंक कॉलोनी निवासी एक बुजुर्ग महिला अभी जिला अस्पताल में भर्ती है।
परिजनों ने भोपाल जाने से किया इनकार-
कोऑपरेटिव बैंक कॉलोनी क्षेत्र की बुजुर्ग महिला को बुधवार को डॉक्टर ने भोपाल रेफर किया था लेकिन परिजनों ने भोपाल जाने से इनकार कर दिया है। परिजनों के इनकार करने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है।
एक संदिग्ध की हो चुकी मौत-
ब्लैक फंगस के लक्षण से ग्रसित गुलाबरा निवासी 50 वर्षीय पेशेंट की इलाज के दौरान 16 मई को मौत हो चुकी है। कोविड के इलाज के दौरान ही उन्हें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देने लगे थे। इस मरीज की सभी जांचें हो पाती उसके पहले ही उनकी मौत हो गई।