विधानसभा चुनाव: वर्चुअल रैली में नीतीश ने RJD पर कसा तंज, बोले- बिहार में बिजली आ गई है, लालटेन की जरूरत नहीं

विधानसभा चुनाव: वर्चुअल रैली में नीतीश ने RJD पर कसा तंज, बोले- बिहार में बिजली आ गई है, लालटेन की जरूरत नहीं

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-07 08:17 GMT
विधानसभा चुनाव: वर्चुअल रैली में नीतीश ने RJD पर कसा तंज, बोले- बिहार में बिजली आ गई है, लालटेन की जरूरत नहीं
हाईलाइट
  • कोरोना काल में किए गए कामों का बखान कर विपक्ष को दिया जवाब
  • सीएम नीतीश कुमार ने अपनी पहली वर्चुअल रैली को किया संबोधित

डिजिटल डेस्क, पटना। आगामी विधानसभा चुनाव के चलते बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अपनी पहली वर्चुअल रैली को संबोधित कर पार्टी के चुनाव प्रचार की शुरूआत की। पार्टी के डिजिटल प्लेटफॉर्म से वर्चुअल रैली को संबोधित करते नीतीश ने उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, कोरोना काल कब तक चलेगा ये कोई नहीं जानता, लेकिन इस संकट के दौरान बिहार में एक-एक चीज पर काम किया गया है। कोरोना काल में लोगों को रोगजार उपलब्ध कराने का भी काम किया गया।

बिहार में अब लालटेन की जरूरत नहीं- नीतीश कुमार 
कोरोना काल में किए गए कामों का बखान करते हुए नीतीश कुमार ने विपक्ष को जवाब दिया। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावितों की मदद की भी चर्चा की। उन्होंने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर भी हमला बोला और कहा, बिहार में अब बिजली आ गई है, इसलिए लालटेन की जरूरत नहीं है।

लालू-राबड़ी के शासन काल में होते थे सामूहिक नरसंहार
नीतीश कुमार ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर आरजेडी के शासन और अपने कार्यकाल की तुलना की। नीतीश कुमार लालू-राबड़ी पर हमला बोलते हुए कहा, पहले हालात इतने खराब थे कि सामूहिक नरसंहार होता था। लोग गाड़ी में राइफल दिखाते हुए चलते थे। अब बिहार में अपराध का ग्राफ नीचे चला गया है। 

हम काम करते हैं, प्रचार नहीं- नीतीश 
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, जो लेाग कुछ नहीं जानते वे कुछ भी बोल देते हैं, लेकिन उन्हें जानना चाहिए। हम काम करते हैं, प्रचार नहीं करते। जिन्हें कुछ जानकारी नहीं, वे कुछ भी बोलते रहते हैं।उन्होंने दावा करते हुए कहा, लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम हो रहे हैं। कोरोना काल में 14 करोड़ 71 लाख से ज्यादा मानव दिवस का सृजन किया गया है।

कोरोना से लोगों को भयभीत नहीं सचेत रहने की जरूरत
सीएम ने लोगों को सचेत करते हुए कहा, आज भले ही कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है, लेकिन कल क्या होगा, कोई नहीं जानता। इस कारण लोगों को भयभीत नहीं सचेत रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा, आज बिहार में एक दिन में 1.50 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच कराई जा रही है। आपदा राहत के लिए कई काम हो रहे हैं, लेकिन पहले क्या होता था? कुछ मिलता था क्या?

उन्होंने कहा, सत्ता में आने के बाद बाढ़ प्रभावित इलाकों के प्रत्येक परिवारों को ग्रैच्यूटस रिलीफ के रूप में 6000 रुपए की राशि दी जा रही है। सरकारी खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार है। 

Tags:    

Similar News