शहर को बड़ी सौगात, डीपीआर बनाने का काम शुरू, एनएचएआई बनाएगा खैरीटेक-नगझर सड़क

सिवनी शहर को बड़ी सौगात, डीपीआर बनाने का काम शुरू, एनएचएआई बनाएगा खैरीटेक-नगझर सड़क

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-18 08:13 GMT
शहर को बड़ी सौगात, डीपीआर बनाने का काम शुरू, एनएचएआई बनाएगा खैरीटेक-नगझर सड़क

डिजिटल डेस्क  सिवनी सिवनी शहर को खैरीटेक से नगझर तक फोरलेन सड़क व 2 ओवर ब्रिज की सौगात मिलने का रास्ता साफ हो गया है। शहर से निकले पुराने एनएच-7 मार्ग को फोरलेन बनाने तथा नागपुर व छिंदवाड़ा रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाने की कवायद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) ने शुरू कर दी है। इसके लिए डीपीआर बनाने के निर्देश एनएचएआई के उप महाप्रबंधक तकनीकी रामराव दाढे ने जारी कर दिए गए हैं। खैरीटेक-नगझर फोरलेन व दोनों ओवरब्रिज बनाने में लगभग डेढ़ सौ करोड़ रूपए की लागत आने का आंकलन किया गया है। शहर को इस सड़क व दोनों फ्लाईओवर की सौगात दिलाने के लिए सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन ने गंभीरता से प्रयास किए। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी से इसके लिए आग्रह किया था, वहीं उन्हें पत्र भी लिखा गया था। इसके बाद केन्द्रीय मंत्री गड़करी के निर्देश पर एनएचएआई के अधिकारी हरकत में आ गए हैं। दैनिक भास्कर भी शहर की फोरलेन मॉडल रोड का ज्यारतनाका से नगझर व नागपुर रोड स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र से खैरीटेक तक विस्तार करने व नागपुर व छिंदवाड़ा रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाने की आवाज उठाई थी।
बड़ी समस्या होगी दूर
ब्रॉडगेज प्रोजेक्ट का काम मार्च तक पूर्ण होने की संभावना है। इसके बाद रेलवे द्वारा ट्रेनों का संचालन प्रारंभ किया जाएगा। मालगाडिय़ां भी निकलेंगी। ऐसी स्थिति में नागपुर व छिंदवाड़ा रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग में बार-बार जाम के हालात बनेंगे। ओवरब्रिज बनने से रेलवे क्रॉसिंग पर यातायात बाधित होने की समस्या का हमेशा के लिए निराकरण हो जाएगा। इसी तरह ज्यारत से नागपुर रोड स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र तक वर्ष 2015 में बनी मॉडल रोड भी जगह-जगह जर्जर हो चुकी है। इस सड़क के नगझर व खैरीटेक तक विस्तार की मांग भी हो रही थी। यह सड़क पूर्व में एनएच-7 थी। छिंदवाड़ा रोड भी एनएचएआई की ही है। अब ओवरब्रिज व फोरलेन सड़क की कवायद शुरू होने से शहर की बड़ी परेशानी दूर होने की संभावना है।  
11 साल से नहीं दिया ध्यान
जबलपुर हाइवे बायपास नगझर से शहर के बीच से होते हुए खैरीटेक तक की सड़क पुराना एनएच-7 मार्ग में आती थी। वर्ष 2011 में   शहर के बाहर से एनएच फोरलेन बनने के बाद यह सड़क टू-लेन ही रह गई। वर्ष 2015 में ज्यारतनाका से कृषि विज्ञान केन्द्र तक की सड़क अपने हेण्डओवर में लेकर मॉडल रोड बनाई, लेकिन न ही अधिकारियों व न ही जनप्रतिनिधियों ने नगझर से खैरीटेक तक पूरी लगभग साढ़े 12 किमी लंबी सड़क को फोरलेन में तब्दील करने तथा दोनों रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनाने के गंभीर प्रयास किए। 11 साल पहले कांग्रेस के जनप्रतिनिधि चाहते तो उसी समय तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री कमलनाथ से इसकी स्वीकृति दिला सकते थे।  
इनका कहना है-
शहर के बीच खैरीटेक से नगझर तक की सड़क को फोरलेन में तब्दील करने व नागपुर व छिंदवाड़ा रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण के लिए एनएचएआई ने डीपीआर बनाने का निर्देश जारी कर दिया है। शहर को यह सौगात दिलाने के लिए केन्द्रीय मंत्री नितिन गड़करी से मिलकर आग्रह किया था। उन्हें पत्र भी लिखा था। उनके निर्देश पर डीपीआर बनाने का काम शुरू हो गया है।
 

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