बालाघाट - कोरोना संक्रमित के परिजनों से मारपीट करने वाले सीएमओ हटाए गए - शव मांगने पर आपा खो बैठे थे सीएमओ
बालाघाट - कोरोना संक्रमित के परिजनों से मारपीट करने वाले सीएमओ हटाए गए - शव मांगने पर आपा खो बैठे थे सीएमओ
कलेक्टर ने डूडा बालाघाट में किया अटैच, नायब तहसीलदार को सीएमओ का प्रभार
डिजिटल डेस्क बालाघाट । सिविल अस्पताल लांजी में बीते सोमवार को कोरोना संक्रमित मरीज के परिजनों के साथ मारपीट करने वाले नगर परिषद सीएमओ देवेंद्र कुमार मर्सकोले पर कलेक्टर दीपक आर्य ने कार्रवाई की है। कलेक्टर ने मर्सकोले को हटाकर आगामी आदेश तक के लिए जिला शहरी विकास अभिकरण (डूडा) बालाघाट में अटैच करने के आदेश दिए हैं। जबकि नायब तहसीलदार लांजी सारिका परस्ते को लांजी नगर परिषद सीएमओ का प्रभार सौंपा है।
मृतक के भतीजे विजय कालबेले निवासी सिरेगांव ने बताया 25 अप्रैल (रविवार) को उनके बड़े पिताजी हरीचंद कालबेले की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। उन्हें रात 11 बजे सिविल अस्पताल लांजी में भर्ती कराया गया था। बड़े पिताजी को भर्ती कराने के बाद अस्पताल से जाने को कहा गया। इसके बाद सभी अस्पताल से घर चले गए। 26 अप्रैल (सोमवार) को सुबह 8 बजे हम अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि बड़े पिताजी की मौत हो गई है। अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा, मृत्यु कोरोना संक्रमण से हुई है, जिसके बाद कोरोना की रिपोर्ट मांगी गई, परंतु अस्पताल द्वारा रिपोर्ट नहीं दी गई और न ही अंतिम संस्कार के लिए शव दिया जा रहा था। शव मांगने की जिद की गई तो नगर परिषद अधिकारी देवेंद्र मर्सकोले ने मारपीट की। परिजन द्वारा शव मांगने की बात पर सीएमओ आपा खो बैठे और पीडि़त परिजनों के साथ मारपीट की थी। उक्त घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। निवर्तमान सीएमओ मर्सकोले ने कहा, परिजन शव लेने के लिए मुझे और अन्य स्टाफ से लगातार बदसलूकी और गाली-गलौज कर रहे थे। उन्हें समझाया गया था कि शव का कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किया जाएगा, लेकिन वे शव ले जाने पर अड़े रहे।