बिना अनुमति खाते से राशि ट्रांसफर कर बजाज इंश्योरेंस का कर दिया बीमा

पीड़ित ने कहा- हमारे साथ किया गया गोलमाल बिना अनुमति खाते से राशि ट्रांसफर कर बजाज इंश्योरेंस का कर दिया बीमा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-01 12:51 GMT
बिना अनुमति खाते से राशि ट्रांसफर कर बजाज इंश्योरेंस का कर दिया बीमा

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बीमा कराने से आम आदमी बचने लगा है। बीमा कंपनियों के एजेंट व ब्रांच के अधिकारी बीमा कराने लोगों से निवेदन कर रहे हैं, पर सफलता नहीं मिल रही है। ऐसी स्थिति में बीमा कंपनियों के अधिकारी अब बैंक मैनेजर व अन्य लोगों को अधिक कमीशन देने का लालच देकर अकाउंट से बिना अनुमति राशि बीमा कंपनी में ट्रांसफर कराई जा रही है और खाता धारकों को उस वक्त पता चलता है जब बीमा पॉलिसी उनके घर पर पहुँचती है। पॉलिसी लेकर जब खाता धारक बैंक पहुँचता है, तो वहाँ पर बीमा कंपनी को पत्र लिखने के लिए कहा जाता है और बैंक के कर्मचारी बिना अनुमति राशि डेबिट करने का जवाब भी नहीं दे पा रहे हैं। पीड़ित आरोप लगा रहे हैं कि उनके साथ जालसाजी की जा रही है और जिम्मेदारों पर संबंधित कार्रवाई करने वाले एक्शन नहीं ले रहे हैं।

इन नंबरों पर बीमा से संबंधित समस्या बताएँ 

स्वास्थ्य बीमा से संबंधित किसी भी तरह की समस्या आपके साथ भी है तो आप दैनिक भास्कर के मोबाइल नंबर - 9425324184, 9425357204 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी बात दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में भास्कर द्वारा आपकी आवाज को खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुँचाने का प्रयास किया जाएगा।

सेना से रिटायर फौजी भटक रहा राशि वापस पाने

पन्ना कृष्णाकुंज कॉलोनी डायमंड चौराहा निवासी केदार सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी व उनका ज्वाॅइंट अकाउंट है। स्टेट बैंक खाते का उपयोग हम दोनों के द्वारा ही किया जाता है। बिना अनुमति खाता क्रमांक 10930252934 से राशि डेबिट कर दी गई। राशि डेबिट होने का खुलासा उस वक्त हुआ जब उनके घर पर बजाज कंपनी का हेल्थ पॉलिसी का फोल्डर पहुँच गया। उनके द्वारा बैंक अकाउंट चैक किया गया, तो खुलासा हुआ कि बैंक से बिना अनुमति राशि डेबिट की गई है।

उन्होंने बैंक में जाकर बिना अनुमति राशि निकालने का कारण पूछा तो बैंक अधिकारी ने कुछ भी जवाब नहीं दिया और यह कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया कि आप बीमा कंपनी में पत्र लिखें तभी राशि क्रेडिट हो पाएगी। उनके द्वारा लगातार बीमा कंपनी से संपर्क किया जा रहा है, पर बीमा अधिकारियों ने पहले कहा कि आपको राशि वापस कर दी जाएगी लेकिन अचानक यह कहा जाने लगा कि आपकी पॉलिसी लॉगिंग हो गई और अब उक्त रकम वापस नहीं दी जाएगी। परेशान होकर बीमित ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। बीमित का आरोप है कि उसके साथ गोलमाल किया गया है।

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