स्टॉम्प और नोटरी के लिये अभ्यर्थियों से हो रही है मनमानी और वसूली
देवेन्द्रनगर स्टॉम्प और नोटरी के लिये अभ्यर्थियों से हो रही है मनमानी और वसूली
डिजिटल डेस्क, देवेन्द्रनगर । नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव स्टाम्प विक्रेताओं तथा नोटरी अधिवक्ताओं के लिये इस समय फीलगुड साबित हो रहे है। चुनाव लडऩे वाले अभ्यर्थियों नामांकन आवेदन के साथ स्टाम्प के साथ निर्धारित प्रारूप में शपथ पत्र प्रस्तुत करना जरूरी है और इसके लिये उन्हे स्टाम्प वेंडरों से स्टाम्प का क्रय एवं नोटरी अधिवक्ता से नोटरी करवानी पड़ रही है स्टाम्प विक्रेताओं पर आरोप लग रहे है कि अभ्यर्थियों को स्टाम्प देने पर उसकी निर्धारित कीमत से काफी अधिक कीमत वे अभ्यर्थियों से वसूल रहे है अधिक कीमत नहीं चुकाने पर स्टाम्प नहीं होने जैसे जबाव विक्रेता दे रहे है। वहीं नोटरी अधिवक्ता शपथ पत्र की नोटरी करने पर मनमुताबिक राशि कार्य के लिये वसूल रहे हैं। जिसको लेकर अािर्थक रूप से कमजोर अभ्यर्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है और इसको लेकर विवाद भी सामने आ रहे है। देवेन्द्रनगर परिषद से वार्ड क्रमांक ०६ से पार्षद पद के प्रत्याशी महादेव गौड़ ने एक नोटरी पर नामांकन फार्म तैयार करने की कार्यवाही के लिये ५०० रूपये की राशि मांगे जाने और नहीं देने पर नोटरी द्वारा फार्म फेंक देने तथा दुर्वव्यवहार किये जाने का आरोप लगाते हुये तहसीलदार को शिकायत की गई है। शिकायतकर्ता अभ्यर्थी महादेव गौड़ ने बताया कि तहसील परिसर में नोटरी को उसने अपना नामांकन फार्म भरने को दिया। नामांकन फार्म भरने के एवज में नोटरी अधिवक्ता द्वारा ५०० रूपये मांगे गये। असमर्थता व्यक्त करने पर उनके द्वारा नामांकन फार्म को फेंक दिया तथा दुर्वव्यवहार किया। पूरे मामले को देवेन्द्रनगर तहसीदार ने कहा कि नोटरी संबंधी कार्य व स्टाम्प के लिये शुल्क निर्धारित है अधिक राशि प्राप्त करने की शिकायत प्राप्त होने पर संबंधितों को नोटिस जारी कर प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही की जायेगी।