अनूपपुर: मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना ने लौटाईं मो. अमीन की खुशियां
अनूपपुर: मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना ने लौटाईं मो. अमीन की खुशियां
डिजिटल डेस्क, अनूपपुर। अनूपपुर कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण लगातार लाक डाउन की परिस्थितियों में छोटे छोटे काम धंधों से जुड़े परिवारों के समक्ष उत्पन्न आर्थिक संकट का सामना करने वालों में से ग्राम सारंगगढ़ विकासखंड कोतमा के मोहम्मद अमीन भी थे। सड़क किनारे सालों साल से फल की दुकान हाथ ठेला पर लगाने वाले मोहम्मद अमीन के परिवार की आजीविका का यही एक मात्र जरिया था। परिवार में पत्नी और तीन बच्चों के परवरिश का सारा इंतजाम फलों की बिक्री से होने वाली आय से ही होता था, लेकिन बदली हुयी परिस्थितियों में सब कुछ बदल गया था, कोरोना महामारी के कारण बाजार बंद हो गये, लोगों ने घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया, फलों की आवक, परिवहन सब बंद हो गया। ऐसे में जिसकी आय का जरिया ही सिर्फ फलों की बिक्री थी, उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा, रह गयी थीं तो सिर्फ चिंता की लकीरें। जहां पहले प्रतिदिन फलों की बिक्री से तीन सौ से चार सौ रूपये की आय हो जाती थी, वहीं अब पुरानी जमा पूंजी से किसी तरह घर चल रहा था। लाकडाउन की परिस्थितियों मे पंचायत द्वारा घर पहुंच सेवा हेतु मोहम्मद अमीन को पास जारी किया गया था, लेकिन देश व्यापी लाकडाउन के कारण फलों की आवक बहुत कम हो गयी थी और कोरोना के भय से लोगों ने बाहर से खाने पीने की वस्तुओं को खरीदना भी बंद कर दिया था, इसलिए फलों की बिक्री नहीं के बराबर ही हो पाती थी। लाकडाउन के बाद अनलाक की परिस्थितियों में भी पूंजी की कमी से मोहम्मद अमीन अपना व्यवसाय प्रारंभ नहीं कर पा रहे थे, नाउम्मीदी के इस दौर में मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट वेंडर योजना ने मोहम्मद अमीन के मन में एक उम्मीद जगाई और उन्होंने कामगार सेतु में अपना पंजीयन कराया। मध्यपप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कोतमा टीम के मार्गदर्शन में उन्होंने समस्त औपचारिकताएं पूरी की और दिनांक 19 सितंबर 2020 को मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक की शाखा निगवानी से दस हजार रूपये का ऋण प्राप्त हो गया। योजनांतर्गत ऋण प्राप्ते होते ही मोहम्मद अमीन ने उत्साह से अपने फलों की दुकान को फिर से सजाया और निकल पड़े अपनी पुरानी जगह पर हाथ ठेला लेकर, धीरे-धीरे कुछ ही दिनों में सब कुछ पहले जैसा हो गया। बाजार में मोहम्महद अमीन के फल की दुकान पर उनके पुराने ग्राहक फिर आने लगे और फलों की बिक्री से प्रतिदिन पुनः चार सौ से पांच सौ रूपये प्रतिदिन आय होने लगी। आज मोहम्मद अमीन बहुत खुश हैं और कहते हैं, मध्यप्रदेश शासन की ग्रामीण स्ट्री्ट वेंडर योजना ने उनके परिवार की खुशियों को पुनः लौटा दिया है, इसके लिए मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को धन्यनवाद देता हूं।