अपनी लग्जरी गाडिय़ों को बनाया एंबुलेंस - गरीबों के लिए शुरू की फ्री सेवा
अपनी लग्जरी गाडिय़ों को बनाया एंबुलेंस - गरीबों के लिए शुरू की फ्री सेवा
डिजिटल डेस्क बालाघाट । यहां के नक्सल प्रभावित बैहर में एक युवा व्यवसाई बांटी जैन ने समाज सेवा का अनूठा उदाहरण पेश करते हुएअपनी 5 लग्जरी गाडिय़ों को एंबुलेंस में कन्वर्ट कर दिया। युवक का कहना है कि संक्रमण के इस काल में एंबुलेंस चालक लोगों से मनमानी वसूली कर रहे हैं ऐसे में यह युवक अपने दोस्तों के साथ मिलकर गरीब मरीजों को निशुल्क और सक्षम लोगों को सिर्फ डीजल के खर्च पर एंबुलेंस की सेवा दे रहा है। बांटी जैन ने अपनी इनोवा, हौंडा सिटी, इटियॉस की लग्जरी कारें ऑक्सीजन सिलेंडर मरीजों को हटाने के लिए बेड के साथ तैयार है आदिवासी बाहुल्य बैहर में, जिस इलाके में एंबुलेंस की कमी और एंबुलेंस चालकों के मनमाने दाम वसूलने के कारण यहां के युवाओं ने गरीब मरीजों को निशुल्क लाने ले जाने के लिए तैयार किया है। शहर के सक्षम लोग आपस में चंदा कर मरीजों के लिए डीजल की व्यवस्था करते हैं और जो सक्षम है उससे सिर्फ लागत मूल्य पर एंबुलेंस मरीजों का अस्पताल लाने ले जाने के लिए देते हैं। युवा व्यापारियों की यह पहल करो ना संक्रमण काल में गरीबों के लिए बड़ी मदद साबित हो रही है।
महावीर इंटर नेशनल के बैहर सखा के सचिव- बंटी जैन ने बताया हम लोगों ने आपस में मिलकर अपनी गाडिय़ों को एंबुलेंस मैं कन्वर्ट किया है जिसमें ऑक्सीजन सिलेंडर भी लगाए गए हैं ताकि गरीब मरीजों को सुविधा विहीन क्षेत्र से अस्पताल ले जा सके। यह पूरा गांव निर्धन मरीजों के लिए निशुल्क किया जा रहा है। बैहर छेत्र में कल तक इस क्षेत्र में एक एंबुलेंस लोगों को सुविधा देने के लिए चलाई जा रही थी लेकिन जब एंबुलेंस की कमी पड़ी तो युवाओं ने तय किया कि अपनी लग्जरी गाडिय़ों को ही एंबुलेंस बना देते हैं और अब यह युवा जन सहयोग से इसे मरीजों को राहत पहुंचाने के लिए उपयोग में ला रहे हैं। युवा समाज सेवी मनीष तिवारी, ने बताया जब कोई गरीब मरीज को बाहर से शहर अस्पताल में भर्ती होने जाना होता है तो हम लोग आपस में सहयोग कर डीजल और बाकी व्यवस्था करते हैं और मरीज को निशुल्क अस्पताल तक ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ अपनी गाडिय़ों से पहुंचा देते हैं।
इन युवाओं की पहल ने जहां एक और इलाके में मरीजों के लिए बड़ी राहत पहुंचाने का काम किया है वही अपने संसाधनों से कैसे समाज की सेवा की जा सकती है युवाओं की यह पहल इसका एक बड़ा उदाहरण हैं