पेपर का लिफाफा पहले से खुला होने का आरोप, रोल नंबर तलाशते रहे परीक्षार्थी
स्वास्थ्य विभाग की ग्रुप डी परीक्षा पेपर का लिफाफा पहले से खुला होने का आरोप, रोल नंबर तलाशते रहे परीक्षार्थी
डिजिटल डेस्क, भंडारा। रविवार को स्वास्थ्य विभाग की ग्रुप डी की परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थियों को मानिसक परेशानी उठानी पड़ी। मोहाड़ी शहर के सुदामा विद्यालय के विद्यार्थियों ने परीक्षा केंद्र में पहुंचने वाले पर्चे के लिफाफे पहले से खुले होने का आरोप लगाते हुए परीक्षा देने से मना कर दिया। 14 विद्यार्थियों ने परीक्षा नहीं दी। जिलाधिकारी संदीप कदम व जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव ने परीक्षा सेंटर पर पहुंचकर वीडियो के जरिए परीक्षार्थियों का बयान दर्ज किया। उधर तुमसर शहर में परीक्षा देने पहंुचे परीक्षार्थियों को उनके रोल नंबर नहीं मिले। लगभग 25 विद्यार्थियों ने परीक्षा नहीं दी। स्वास्थ्य विभाग की ग्रुप डी की परीक्षा रविवार दोपहर जिले की अलग-अलग तहसीलों में आयोजित की गई। इस दौरान भंडारा व लाखनी में सामान्य तरीके से परीक्षा हुई। जबकि मोहाड़ी शहर के सुदामा विद्यालय में परीक्षा देने पहंुचे परीक्षार्थियों ने पर्चे का लिफाफा पहले से खुला होने का आरोप लगाते हुए परीक्षा देने से मना कर दिया। 14 परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र से बाहर आए। परीक्षार्थियों से चर्चा करने स्वयं जिलाधिकारी संदीप कदम तथा जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव मौके पर पहंुचे। परीक्षार्थियों तथा केंद्र पर मौजूद कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। परीक्षार्थियों को परीक्षा देने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माने। उधर तुमसर शहर में परीक्षा देने पहंुचे विद्यार्थियों को परीक्षा देने में दिक्कतें आई। परीक्षा केंद्र पर रोल नंबर नही मिला तो विद्यार्थी बाहर निकले। शहर के शारदा विद्यालय में परीक्षार्थियों को रोल नंबर नहीं मिल रहा था। जिला शल्य चिकित्सक तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा लिंक अपडेट होने पर रोल नंबर दिखने लगे। जिसके बाद परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। शारदा विदयालय में कुल 264 परीक्षार्थियों की परीक्षा थी। जिनमें से 101 परीक्षार्थी उपस्थित थे। जबकि 163 अनुपस्थित रहे। रोल नंबर अपडेट होने में समय लगने से यहां कुछ परीक्षार्थियों ने शाम 4 से छह बजे तक परीक्षा दी। मोहाड़ी व तुमसर दोनों जगह जिलाधिकारी संदीप कदम व जिला पुलिस अधीक्षक वसंत जाधव ने पहुंचकर जायजा लिया।
शासन स्तर पर निर्णय होगा
संदीप कदम, जिलाधिकारी के मुताबिक परीक्षा केंद्र पर जाकर पूरी स्थिति का जायजा लिया। प्रश्नपत्रिका सीलबंद पैकेट से निकाले गए हैं या नहीं इसका वीडियो देखा। मामले में शासन स्तर पर निर्णय होगा।