महिला सक्षमीकरण के लिए सभी घटक पहल करें - बिदरी

विश्व महिला दिवस महिला सक्षमीकरण के लिए सभी घटक पहल करें - बिदरी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-09 14:18 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। महिलाओं के संरक्षण व सक्षमीकरण के लिए शासन स्तर पर प्रयास शुरू है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समाज के प्रत्येक घटक को पहल करनी चाहिए। विश्व महिला दिवस के अवसर पर अपने परिसर में कम से कम 5 महिलाओं के सक्षमीकरण का संकल्प लें। यह आह्वान विभागीय आयुक्त विजलक्ष्मी बिदरी ने किया। विश्व महिला दिवस पर बुधवार को विभागीय आयुक्त कार्यालय में समारोह का आयोजन किया गया। विभागीय आयुक्त बिदरी ने कहा कि दहेज बलि, घरेलू हिंसा आदि के कारण महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। इस प्रकार की कुरीतियों व वारदातों से महिलाओं को संरक्षण प्रदान करने के लिए उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने की आवश्यकता है। शासन स्तर पर  विविध योजना व उपक्रम के जरिए प्रयास शुरू है। समाज के सभी वर्गो को इसके लिए पहल करनी चाहिए। इस अवसर पर विभागीय उपायुक्त  राजलक्ष्मी शहा, दीपाली मोतीयाले, चंद्रभान पराते, घनश्याम भुगावकर,  रमेश आड़े, सहायक आयुक्त मनोहर पोटे,  शंकर बली आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सामाजिक बदलाव की आवश्यकता जताते हुए   उपायुक्त राजलक्ष्मी शहा ने महिला सक्षमीकरण के लक्ष्य को विषद किया। उपायुक्त चंद्रभान पराते ने भी अपने विचार व्यक्त किए। प्रास्ताविक दीपाली मोतीयाले ने किया। आभार श्रीमती चिरडे ने माना।

आशा वर्कर को न्यूनतम वेतन की आशा  विश्व महिला दिवस पर आशा व गटप्रवर्तक कर्मचारी यूनियन (सीआयटीयू) द्वारा न्यूनतम वेतन लागू करने की मांग के लिए संविधान चौक पर आंदोलन छेड़कर राज्य शासन का ध्यानाकर्षित करने का प्रयास किया गया। आंदोलनकारियों ने आशा वर्कर व गटप्रवर्तकों के लिए न्यूनतम वेतन संबंधी प्रस्ताव पेश कर बजट में इसे मंजूरी प्रदान करने की मांग की। आंदोलन का नेतृत्व राजेंद्र साठे, प्रीति मेश्राम, रंजना पौनीकर, माया कावले, आरती चांभारे, लक्ष्मी कोत्तेजवार, अंजू चोपडे, अर्चना कोल्हे, रूपलता बोंबले, विजेता नितनवरे, संगीता मेश्राम, रूपल गौर, प्रतिमा डोंगरे, अर्चना निर्मले, सुकेसीनी उमरेडकर ने किया।

आंबेडकर महाविद्यालय में ग्रंथ प्रदर्शनी  विश्व महिला दिवस पर डॉ. आंबेडकर महाविद्यालय, दीक्षाभूमि में ग्रंथ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. बी.ए. मेहेर ने क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। ‘डिजिटल ऑल : लैंगिक समानता के लिए प्रौद्याेगिकी व नवाचार’ थीम पर आधारित विश्व महिला दिवस पर स्त्री-पुरुष में असमानता को दूर करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने का संदेश दिया गया। 
ग्रंथ प्रदर्शनी में प्रख्यात महिलाओं के चरित्र, आत्मचरित्र पर आधारित पुस्तकें, मदर टेरेसा, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, देवी अहिल्याबाई होलकर, सुनीता विलियम्स, किरण बेदी आदि का प्रदर्शन किया गया। सफलतार्थ ग्रंथपाल राजेश लोखंडे, सुनीता शेलके, लीला राऊत, प्रियंका गजभिये आदि ने प्रयास किया।
 

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