वैनगंगा नदी तट पर बसे गांवों में अलर्ट

भंडारा वैनगंगा नदी तट पर बसे गांवों में अलर्ट

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-12 11:40 GMT
वैनगंगा नदी तट पर बसे गांवों में अलर्ट

डिजिटल डेस्क, भंडारा। इस वर्ष जिले के गोसीखुर्द बांध का जलसंग्रहण शत-प्रतिशत भरने की दिशा में गोसीखुर्द बांध विभाग की ओर से तैयारी शुरू हो चुकी हैं। वर्तमान में कारधा में वैनगंगा नदी का जलस्तर 245 मीटर के आसपास है। इसे दिसंबर माह के अंत तक 245.50 मीटर तक बढ़ाया जाएगा। वैनगंगा नदी में जलस्तर 245.50 मीटर पर यानी खतरे के निशान पर पहुंच जाएगा। इससे नदी किनारे बसे गांवों में बाढ़ की स्थिति निर्माण होने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से जिले में अलर्ट जारी किया गया है। इस संबंध में जिलाधिकारी संदीप कदम ने गुरुवार, 11 नवंबर को एक बैठक लेकर तहसील प्रशासन को आवश्यक सूचनाएं देकर नदी तट पर बसे ग्रामवासियों को सतर्क रहने को कहा गया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 में गोसीखुर्द बांध पूरी क्षमता के साथ जलसंग्रहण के लिए तैयार हुआ था। लेकिन 12 वर्ष बीत गए, अब तक बांध शत-प्रतिशत नहीं भरा गया है। गोसीखुर्द बांध की क्षमता 1146 दलघमी होकर इस वर्ष बांध में 940 दलघमी तक पानी संग्रहित किया गया। ऐेसे में जिले का गोसीखुर्द बांध का जलसंग्रहण शत-प्रतिशत भरने की दिशा में तैयारी शुरू हो चुकी हैं। वैनगंगा नदी का जलस्तर नवंबर माह में 245 मीटर रहेगा। नदी की जलधाराएं कम होने से यह प्रतिदिन एक से.मी. से बढ़ाया जाएगा। दिसंबर माह तक वैनगंगा नदी में जलस्तर 245.50 मीटर पर पहंुच जाएगा। इस वर्ष बांध अपनी पूरी क्षमता पर 1146 दलघमी तक भरा जाएगा। इससे भंडारा शहर समेत जिले के कई हिस्सों में जलजमाव की स्थिति निर्माण होने की आशंका है। वहीं शहर से सटे ग्रामसेवक कॉलनी को भी बाढ़ का खतरा होगा, तो कारधा का वैनगंगा नदी पर बना पुराना पुल भी पानी के नीचे चला जाएगा। इसको देखते हुए प्रशासन की ओर से आवश्यक सूचनाएं दी गई है। इस संबंध में गोसीखुर्द बांध विभाग, वाही के अधिकारियों ने बताया कि गोसीखुर्द प्रकल्पग्रस्त ग्रामों के पुनर्वसन का कार्य पूर्ण हो चुका है। नागपुर जिले के कुही तहसील के प्रकल्पग्रस्त ग्राम सोनारवाही के 14 परिवार गांव छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। ऐसे में गोसीखुर्द बांध का जलस्तर बढ़ाना खतरनाक साबित हो रहा था। लेकिन दीपावली के पूर्व उक्त 14 परिवारों ने गांव छोड़ दिया है। जिसके चलते गोसीखुर्द बांध विभाग ने जलस्तर बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। गोसीखुर्द में जलसंग्रहण करने पर वैनगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से कई जगह बाढ़ जैसे हालात निर्माण होते है। बता दंे कि वर्ष 2020 में वैनगंगा नदी पर आयी बाढ़ में यह कॉलनी बुरी तरह से प्रभावित हुई थी। कई घर डूबकर परिवारों का लाखों का नुकसान हुआ था। 

ग्रामसेवक कॉलोनी खाली करायी जाएगी

दिसंबर माह में वैनगंगा नदी का जलस्तर 245.50 मीटर तक पहुचेगा। इतना जलस्तर बढ़ा तो शहर की ग्रामसेवक कॉलोनी में भी पानी भरेगा। ऐसे में आने वाले दिनों में यहां के मकान खाली कराए जाएंगे।

सर्वेक्षण के अनुसार बढ़ा रहे जलस्तर

आर. जी. शर्मा, कार्यकारी अभियंता, गोसीखुर्द विभाग के मुताबिक वर्ष 2012 में गोसीखुर्द बांध पूरी क्षमता के साथ जलसंग्रहण के लिए तैयार हुआ था। लेकिन 12 वर्ष बीत गए अब तक बांध शत-प्रतिशत नहीं भरा गया। सर्वेक्षण की शिफ्ट अनुसार ही जलस्तर बढ़ाया जा रहा है। जलस्तर बढ़ने पर मौजूदा स्थिति के अनुसार उचित कदम उठाए जाएंगे। पुनर्वसन होकर भी जगह न छोड़ने वाले भंडारा तहसील के कुछ परिवारों को दो से तीन सप्ताह में अन्य स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा। 

      

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