डॉ. कफील रिहा: अखिलेश बोले- उम्मीद है झूठे मुकदमों में फंसाए गए आजम खान को भी जल्द मिलेगा न्याय
डॉ. कफील रिहा: अखिलेश बोले- उम्मीद है झूठे मुकदमों में फंसाए गए आजम खान को भी जल्द मिलेगा न्याय
- कहा- उम्मीद है झूठे मुकदमों में फंसाये गये आजम खान को भी जल्द न्याय मिलेगा
- सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डॉ. कफील खान की रिहाई का किया स्वागत
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डॉ. कफील खान की रिहाई का स्वागत किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, उम्मीद है कि, झूठे मुकदमों में फंसाये गये आजम खान को भी जल्द ही न्याय मिलेगा। बता दें कि, सपा नेता और सांसद आजम खान पर नकली जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप है। इस मामले में उन्होंने अपनी पत्नी और बेटे समेत पुलिस के सामने आत्ममर्पण कर दिया था। फिलहाल आजम जेल में ही हैं।
अत्याचार हमेशा नहीं चलता-अखिलेश
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, हाईकोर्ट द्वारा डॉ. कफील की रिहाई के आदेश का हम सभी ने स्वागत किया है। उम्मीद है झूठे मुकदमों में फंसाए गये आजम खान को भी शीघ्र ही न्याय मिलेगा। सत्ताधारियों का अन्याय और अत्याचार हमेशा नहीं चलता।
हाईकोर्ट द्वारा डॉ. कफ़ील की रिहाई के आदेश का देश-प्रदेश के हम सभी इंसाफ़पसंद लोगों ने सहर्ष स्वागत किया है. उम्मीद है झूठे मुक़दमों में फँसाये गये आज़म खान जी को भी शीघ्र ही न्याय मिलेगा. सत्ताधारियों का अन्याय व अत्याचार हमेशा नहीं चलता.#नहीं_चाहिए_भाजपा#NoMoreBJP pic.twitter.com/FW44zBNlSx
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 2, 2020
गौरतलब है कि, इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद डॉ. कफील खान को मथुरा जेल से रिहा कर दिया गया है। रिहा होने के बाद खान ने मथुरा जेल प्रशासन और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने राज्य सरकार पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और कहा, मैं जुडिशियरी का बहुत शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने इतना अच्छा ऑर्डर दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक झूठा बेसलेस केस मेरे ऊपर थोपा। बिना बात के ड्रामा करके केस बनाए गए और 8 महीने तक जेल में रखा। मैं उत्तर प्रदेश के एसटीएफ को भी धन्यवाद दूंगा, जिन्होंने मुंबई से मथुरा लाते समय मुझे एनकाउंटर में मारा नहीं।
भड़काऊ भाषण देने के आरोप में जेल
गौरतलब है कि करीब छह महीने पहले गोरखपुर के डॉ. कफील खान को भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मथुरा जेल में बंद कर दिया गया था। इस आरोप में जमानत न होने पर अलीगढ़ के डीएम ने उन पर एनएसए लगाया था। इसके खिलाफ उनके परिजन हाईकोर्ट पहुंचे थे।