कृषि विज्ञान केन्द्र देवास द्वारा मक्का प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
कृषि विज्ञान केन्द्र देवास द्वारा मक्का प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन
डिजिटल डेस्क, देवास। देवास कृषि विज्ञान केन्द्र देवास द्वारा ग्राम अचलूखेड़ी में केन्द्र के प्रमुख डॉ. ए.के. दीक्षित के मार्गदर्शन में मक्का फसल पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. महेन्द्र सिंह, डॉ. निषिथ गुप्ता, डॉ. लक्ष्मी वर्मा, श्रीमती अंकिता पाण्डे तथा ग्राम अचलूखेड़ी के कृषक उपस्थित थे। कार्यक्रम में केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. महेन्द्र सिंह ने बताया कि देवास जिला सोयाबीन बाहुल्य जिला है। जिसमें कुछ वर्षो से कृषकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस तरह की विपरीत परिस्थितियों में खरीफ मौसम में मक्का फसल सोयाबीन का एक अच्छा विकल्प हो सकती है। मक्का की फसल में सोयाबीन की तुलना में लागत कम लगती है और मुनाफा अधिक रहता है। इस फसल में कीटव्याधि का प्रकोप भी सोयाबीन की अपेक्षा कम रहता है। मक्का की कडवी को जानवरों के भोजन के रूप में उपयोग किया जा सकता है। केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ निषिथ गुप्ता ने रबी मौसम में उगाई जाने वाली फसलों में प्याज, लहसुन और आलू की उत्पादन तकनीक की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस तरह उचित पोषण प्रबंधन कर इन फसलों से कम लागत में अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। साथ ही साथ उन्होंने सूक्ष्म पोषक तत्वों के उपयोग के बारे में जानकारी दी। केन्द्र की मत्स्य वैज्ञानिक डॉ. लक्ष्मी वर्मा ने मछली पालन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मछली पालन कृषि के साथ-साथ अतिरिक्त आय का अच्छा साधन हो सकता है। उन्होंने रोहू, कतला एवं पंगेसियस किस्मों का पालन करने से अच्छी आमदनी प्राप्त करने के बारे में बताया। केन्द्र की वैज्ञानिक श्रीमती अंकिता पाण्डेय द्वारा मक्का की पोषण वैल्यू बताते हुए जानकारी दी गई कि हमें सोयाबीन के अतिरिक्त अन्य फसलों के बारे में भी सोचना होगा। साथ ही सोयाबीन के साथ-साथ अन्य वैकल्पिक फसलों को भी बढ़ावा देना होगा। साथ ही उन्होंने प्रसार क्षेत्र में बताया कि नई-नई तकनीकें जैसे किसान मोबाईल संदेश, वाट्सअप आदि का उपयोग कर त्वरित गति से किसान भाईयों के मध्य जानकारी पहुंचाई जा सकती है एवं केन्द्र द्वारा हर मंगलवार एवं शुक्रवार को तकनीकी जानकारी भी दी जाती है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. महेन्द्र सिंह ने एवं आभार व्यक्त श्रीमती अंकिता पाण्डेय द्वारा किया गया।