गुटबाजी, तकरार व एफआईआर के बाद अब इस्तीफे का पैंतरा
अंतकर्लह के इस एपीसेड में आया एक नया मोड़ गुटबाजी, तकरार व एफआईआर के बाद अब इस्तीफे का पैंतरा
डिजिटल डेस्क अनूपपुर। जिला कांग्रेस और उसके पदाधिकारी इन दिनों सुर्खियों में हैं। मंगलवार को भोपाल में सरेआम नजर आई गुटबाजी, बुधवार तक तकरार में बदल गई। कांग्रेस जिला अध्यक्ष फुंदेलाल सिंह मार्को तथा कोतमा विधायक सुनील सराफ समर्थकों के आपसी विवाद पुलिस तक पहुंचने के बाद गुरुवार को अंतकर्लह के इस एपीसेड में एक नया मोड़ आया।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष फुंदेलाल मार्को का गुरुवार को एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह कहते हुए नजर आए कि मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से किसी योग्य के हाथों जिला कांग्रेस की कमान सौंपने का आग्रह करूंगा। सियासी गलियारों में यह माना जा रहा है कि फुंदेलाल की इस्तीफे की पेशकश दरअसल तमाम विवादों तथा अंतकर्लह के बीच भी पद पर बने रहने का पैंतरा या कोशिश मात्र ही है। क्योंकि वायरल वीडियो पर अपना पक्ष रखने फुंदेलाल फोन पर उपलब्ध नहीं हुए। उधर दूसरे खेमे के कोतमा विधायक सुनील सराफ का कहना है कि कांग्रेस में कहीं कोई गुटबाजी नहीं है। मेरे द्वारा राजकुमार शुक्ला के विरुद्ध विधानसभा में प्रश्न लगाया गया था। उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार के मामले में ६४ लाख रुपए की रिकवरी होनी है। उसके द्वारा ही मुझे बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
वायरल वीडियो में यह कहा
19 जनवरी को अनूपपुर रेलवे स्टेशन परिसर में कांग्रेस के दो गुटों में मारपीट और झड़प के बाद दोनों पक्षों पर अलग-अलग धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया गया है। अगले दिन 20 जनवरी को अनूपपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को भोपाल से अनूपपुर पहुंचे। इस दौरान उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ है। इसमें वे कहा रहे हैं समाचार पत्रों के माध्यम से मामले की जानकारी मिली है। मैं इस घटना से दुखित एवं व्यथित हूं। कार्यकर्ताओं को बुलाकर बातचीत की जाएगी। जो भी घटित हो रहा है, कांग्रेस के लिए ठीक नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष से आग्रह करूंगा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुझे जिला अध्यक्ष के पद से मुक्त किया जाए तथा दूसरे व्यक्तिको यह जिम्मेदारी दी जाए। हालांकि उन्होंने गुटबाजी की बात को नकारते हुए कहा कि यह दो व्यक्तियों के बीच का मामला है।