जमीनी विवाद पर भाई और भाभी को मौत के घाट उतारने वाला आरोपी गिरफ्तार
जमीनी विवाद पर भाई और भाभी को मौत के घाट उतारने वाला आरोपी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क सतना। सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत प्रेमनगर में शुक्रवार दोपहर को सम्पत्ति के विवाद पर अवैध पिस्टल से गोली मारकर बड़े भाई और भाभी की हत्या करने के आरोपी बृजेन्द्र प्रताप सिंह पुत्र स्वर्गीय जयमंगल सिंह 40 वर्ष निवासी प्रेमनगर को पुलिस ने शनिवार दोपहर को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इससे पूर्व जिला अस्पताल लेजाकर आरोपी का मेडिकल परीक्षण और कोरोना टेस्ट भी कराया गया। पूछताछ में आरोपी ने भाई के परिवार द्वारा मारपीट के इरादे से घेर लेने पर आत्मरक्षा में गोली चलाने का दावा किया, मगर उसने भतीजे कुलदीप पर फायर करने की बात स्वीकार नहीं की।
शव का एक्स-रे कराने पर मिली यशपाल के शरीर में फंसी गोली
उधर जिला अस्पताल की मरचुरी में शनिवार सुबह मृतक यशपाल सिंह पुत्र स्वर्गीय जयमंगल सिंह 46 वर्ष और उनकी पत्नी सुनीता सिंह 43 वर्ष के शवों का पोस्टमार्टम डा. अतीक खान, डा. एमएम पांडेय और डा. आकाश चंदानी के पैनल ने तकरीबन 11 बजे शुरू किया। इससे पूर्व शहडोल से आए मृतक के बड़े भाई महेन्द्र सिंह और दूसरे बेटे आशीष सिंह की मौजूदगी में पंचनामा बनाया गया। पीएम के दौरान तब परेशानी खड़ी हो गई, जब यशपाल को लगी गोली नहीं मिली। ऐसे में शव को पहले नैदानिक केन्द्र ले जाकर एक्स-रे कराया गया, जिसमें गोली सीने से सरककर फेफड़े के पास फंसी दिखाई दी। इस पूरी कवायत में काफी वक्त जाया हो गया और पोस्टमार्टम कर कार्यवाही दोपहर 3 बजे सम्पन्न हुई। तब जाकर मृत दम्पति के शव परिजनों के सुपुर्द किए गए जो अंतिम संस्कार के लिए प्रयागराज ले गए। पीएम के दौरान भारी पुलिस बल मरचुरी के बाहर मौजूद रहा।
बड़े भाई और बेटे थे हताश-
शहडोल से आए महेन्द्र सिंह इस घटना से हताश नजर आए। उन्होंने कहा कि सतना के घर में अपना हिस्सा छोड़ दिया था, हालांकि बंटवारा नहीं हुआ था। झगड़े होते थे मगर अंदाजा नहीं था कि अंजाम इतना खतरनाक होगा। भाई और बहू को खो चुके महेन्द्र अभी तक यशपाल के मझले बेटे आशीष को अपने पास रखकर पैथालॉजी चलवा रहे थे। उन्होंने बताया कि अब यशवंत और कुलदीप को भी अपने साथ ले जाएंगे। वहीं सदमे में नजर आए आशीष ने कहा कि कोतवाली में चाचा बृजेन्द्र से आमना-सामना हुआ तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी।
पिस्टल में बची थीं दो गोलियां-
टीआई अर्चना द्विवेदी ने बताया कि आरोपी बृजेन्द्र ने दो फायर किए थे, जिनका निशाना यशपाल और सुनीता बन गए। जबकि बरामदगी के दौरान 32 बोर की पिस्टल में जब्ती के दौरान दो ङ्क्षजदा राउंड थे। घटना के समय महिला को मारी गई गोली सीने को चीरते हुए पीठ से बाहर निकल गई थी, जिसे मौके से बरामद किया गया, वहीं उनके पति पर दागी गोली अंदर ही फंस गई थी। घटना में जरूरी पूछताछ और साक्ष्य जुटाने की कार्यवाही पूरी हो चुकी है, ऐसे में रिमांड की आवश्यकता नहीं थी। लिहाजा कोर्ट में पेश कर सेंट्रल जेल भेज दिया गया।
क्या है घटना-
गौरतलब है कि प्रेमनगर निवासी यशपाल सिंह परिहार तनय स्व.जय मंगल सिंह (46) शुक्रवार को रोज की तरह दोपहर 3 बजे कपड़े की दुकान में काम करने के बाद घर लौटे। उस वक्त उनका छोटा भाई बृजेन्द्र प्रताप सिंह (40) घर के पीछे बगीचे में खराब पड़ी टंकी सुधार रहा था। इसी बीच यशपाल भी बगीचे में बने टॉयलेट की ओर गए। बताया गया है कि बरामदे का रास्ता आरोपी ने बंद कर दिया था, जिसको लेकर काफी समय से विवाद हो रहा था। घटना दिनांक को सुनीता के कमरा साफ करने से आरोपी नाराज था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी, तभी बृजेन्द्र ने फायर झोंक दिया। गोली की आवाज सुनकर जब आरोपी बृजेन्द्र की भाभी सुनीता सिंह (43) मौके पर पहुंची तो उन्होंने देखा कि देवर के हाथ में पिस्टल है और उसके पति खून से लथपथ फर्श पर तड़प रहे हैं। आरोपी ने दूसरा फायर भाभी पर खोल दिया। गोली लगने से भाभी भी अचेत हो गईं। यशपाल की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि सुनीता ने अस्पताल लाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया।