देवास: एक चुटकी आयोडीन युक्त नमक शरीर के विकास और बुद्धि व तंदुरूस्ती के लिये जरूरी वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस कार्यशाला आयोजित
देवास: एक चुटकी आयोडीन युक्त नमक शरीर के विकास और बुद्धि व तंदुरूस्ती के लिये जरूरी वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस कार्यशाला आयोजित
डिजिटल डेस्क, देवास। देवास आज 21 अक्टूबर को वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण दिवस (Global lodine Deficiency Disorder Prevention Day ) के रूप में प्रदेश के समस्त जिलों के साथ देवास में भी मनाया गया। इस संबंध में एक कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.पी. शर्मा की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर डॉ.एस.एस.डगांवकर, आर.एम.ओ डॉ.एम.एस.गोसर, डॉ. एचएस राणा, डॉ.एम.पी.अग्रवाल डॉ. एम.के.धाकड उपजिला मीडिया अधिकारी कमलसिंह डावर, बीईई, स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यशाला में सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि (G.I.D.D.P.D.) दिवस के उपलक्ष्य में जिले में साप्ताहिक गतिविधियों का आयोजन 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2020 तक किया जायेगा। जिसके अंतर्गत जिला चिकित्सालय, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिविल अस्पताल उपस्वास्थ्य केन्द्र एवं ग्राम स्तर आदि में विभिन्न प्रचार-प्रसार की गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। आयोडीन की उपयोगिता एवं समस्त आयु वर्ग में आयोडीन का महत्व संबंधी जागरूकता स्वास्थ्य गतिविधियों के दौरान निरंतर प्रसारित की जायेगी। वर्तमान में कोविड -19 पैण्डेमिक स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए आशा, आशा सहयोगिनी तथा एएनएम का कार्यक्रम के प्रति उन्मुखीकरण, प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थाओं में गतिविधियों के माध्यम से आयोडीन अल्पता विकार तथा आयोडीन युक्त नमक के उपयोग सबंधी जन -जागरूकता तथा कोविङ सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए शपथ समारोह आयोजित किया गया। सी.एम.एच.ओ डॉ.शर्मा ने बताया कि आयोडीन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करने, मस्तिष्क के कार्य, वृद्धि व प्रजनन तथा विकास के लिये आवश्यक है। आयोडीन कि कमी से घेंघा, बोनापन, बार-बार गर्भपात, मृत शिशु, जन्मजात विकलांगता, सुनने बोलने संबधित विकार, बौद्धिक क्षमता में कमी हो सकती है। आयोडीन के उपयोग से फायदे व कमी के दुष्परिणाम के बारे में बताया गया तथा सभी ने संकल्प लिया कि हमेशा दैनिक भोजन में आयोडीनयुक्त नमक का ही प्रयोग करेंगे क्योंकि आयोडीन शरीर के लिए अत्यन्त आवश्यक है जिसकी दैनिक पूर्ति आयोडीनयुक्त नमक के प्रतिदिन प्रयोग से आसानी से होती है। इस अवसर पर सभी ने हस्ताक्षर किये एवं शपथ ली कि अपने आसपास के लोगों, सहकर्मी, मित्रों, आस पड़ोस, समुदाय के अन्य लोगों को भी आयोडीनयुक्त नमक खाने हेतु प्रेरित करेंगे।