पांच महीने में 5908 रजिस्ट्री, इसमें 40 प्रश. महिलाओं के नाम

पंजीयन शुल्क में मिल रही 2 फीसदी छूट का असर, पांच महीनों में 37.4 करोड़ का राजस्व हुआ हासिल पांच महीने में 5908 रजिस्ट्री, इसमें 40 प्रश. महिलाओं के नाम

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-29 09:37 GMT
पांच महीने में 5908 रजिस्ट्री, इसमें 40 प्रश. महिलाओं के नाम

डिजिटल डेस्क बालाघाट । महिलाओं के नाम प्रॉपर्टी खरीदने पर पंजीयन शुल्क में 2 फीसदी की छूट की घोषणा के सकारात्मक नतीजे सामने आने लगे हैं। पिछले पांच महीनों (अप्रैल 2021 से अगस्त 2021) में बालाघाट जिले की पांच तहसीलों में कुल 5908 रजिस्ट्रियां हुईं। इनमें लगभग 40 फीसदी रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर हुई है। ये पहला मौका है जब जिले में इतनी बड़ी संख्या में परिजनों द्वारा घर की महिलाओं के नाम पर रजिस्ट्री कराई गई है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रॉपर्टी खरीदने पर महिलाओं को पंजीयन शुल्क में दो फीसदी की छूट देने की घोषणा की थी। 
राजस्व में 17.24 करोड़ का इजाफा
मुख्यमंत्री की घोषणा का असर न सिर्फ प्रॉपर्टी खरीदी में महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी पर पड़ा है बल्कि इससे विभाग को राजस्व का भी अच्छा खासा फायदा पहुंचा है। अप्रैल-अगस्त 2021 में विभाग को कुल 37.04 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है, जबकि वर्ष 2020 में इन्हीं पांच महीनों के दौरान विभाग को 19.80 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। यानी घोषणा के बाद पंजीयन विभाग को कुल 17.24 करोड़ रुपए का फायदा पहुंचा है।
विवादों में आएगी कमी, बढ़ेगी हिस्सेदारी
पंजीयन शाखा के अधिकारियों का दावा है कि सरकार की नई नीति लागू होने के बाद प्रॉपर्टी खरीदी में महिलाओं की हिस्सेदारी तेज से बढ़ रही है। आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ेगी। इससे घरों में अक्सर प्रॉपर्टी को लेकर होने वाले विवाद भी कम होंगे। साथ ही महिलाओं को बराबर का दर्जा भी मिलेगा।
पिछले साल कम थी संख्या 
विभागीय जानकारी के अनुसार, वर्ष 2020-21 में अप्रैल व अगस्त माह की अवधि में जिलेभर में कुल 4887 रजिस्ट्रियां हुईं थी। भले ही ये आंकड़ा इस साल के आंकड़े से थोड़ा ही कम है, लेकिन पिछले साल महिलाओं के नाम रजिस्ट्री का प्रतिशत 40 फीसदी से काफी कम था। पिछले साल 15 से 20 फीसदी ही महिलाओं के नाम रजिस्ट्री हुई थी। वर्ष 2020-21 के पांच महीनों में विभाग को 19.80 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल हुआ था।
फैक्ट फाइल
- जिले में हर साल अलग-अलग प्रॉपर्टी की औसतन 20 हजार रजिस्ट्री होती है। 
- वर्तमान में रोज जिले में 60 से 70 रजिस्ट्रियां हो रही हैं। 
- जिले में कलेक्टे्रट (बालाघाट) सहित वारासिवनी, बैहर, कटंगी और लांजी में रजिस्ट्री होती है। 
- जिला मुख्यालय होने के कारण सबसे ज्यादा रजिस्ट्री कलेक्ट्रेट, बालाघाट में होती है।
- सीएम की घोषणा स्टाम्प ड्यूटी पर नहीं बल्कि सिर्फ पंजीयन शुल्क पर लागू हुई है।
- पंजीयन शाखा को घोषणा के बाद 17.24 करोड़ के राजस्व का फायदा पहुंचा
इनका कहना है
घोषणा के बाद प्रॉपर्टी में महिलाओं के नाम पर रजिस्ट्री कराने वालों की संख्या बढ़ी है। पहले भी उनकी हिस्सेदारी थी, लेकिन पिछले पांच महीनों में ये आंकड़ा बढ़ा है। इससे राजस्व को भी फायदा पहुंचा है। इससे प्रॉपर्टी के नाम पर होने वाले विवाद कम होंगे।
सुधीर डहरिया, वरिष्ठ उप पंजीयक, बालाघाट
 

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