4 संदिग्ध शुरुआती दौर में कोरोना पॉजिटिव नहीं, जांच के लिए भेजा सैंपल

4 संदिग्ध शुरुआती दौर में कोरोना पॉजिटिव नहीं, जांच के लिए भेजा सैंपल

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-29 13:54 GMT
4 संदिग्ध शुरुआती दौर में कोरोना पॉजिटिव नहीं, जांच के लिए भेजा सैंपल

डिजिटल डेस्क, अमरावती। स्वास्थ्य विभाग की गलियारों में 29 मार्च रविवार के रोज हलचल देखने को मिली। सभी ओर इस बात की चर्चा होने लगी कि हैदराबाद तथा दुबई से लौटी जमील कालोनी व कैम्प कॉर्नर रहिवासी दो महिलाएं तथा एक अन्य परिवार के कुछ सदस्यों में कोरोना संक्रामण पाया गया है। इस बात की फैलते ही जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते  हुए सभी संदिग्धों को इर्विन अस्पताल में बनाए गए आईसोलेटेड वार्ड में दाखिल करवाया तथा उनके नमुने जांच के लिए नागपुर भेजे गए हैं। इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व्दारा कहा गया है कि यह नमुने केवल सुरक्षात्मक दृष्टि से लिए गए है। फिलहाल इन सभी चार लोगों में किसी प्रकार के कोरोना के लक्षण नजर नहीं आए है। एक महिला कुछ समय पहले दुबई से अमरावती के अपने निवासस्थान जमील कालोनी पहुंची थी। इसके अलावा इसी तरह कैम्प कॉर्नर की रहने वाली एक महिला बीते 10 मार्च को शहर में दाखिल हुई है। साथ ही अमरावती से मेरठ पहुंचे जिस मजदूर में कोरोना संक्रमण पाया गया है, उसके साथियों के नमुने भी लिए गए है। किंतु  अमरावती जिले की सीमा तक फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग सोमवार को नागपुर की लैब व्दारा जारी किए जाने वाली

रिपोर्ट का इंतजार करेगा।

सभी संदिग्धों को फिलहाल कड़ी सुरक्षा के मद्देनजर आईसोलेशन कक्ष में रखा गया है। नमुने की रिपोर्ट आने के बाद अगला कदम उठाया जाएगा। किंतु फिलहाल शहर में किसी के भी कोरोनाग्रस्त होने की पुष्टि नहीं है। इस तरह की अफवाहों से जनता भ्रमित होने से बचे। इस तरह का आवाहन मनपा स्वास्थ्य अधिकारी डा. विशाल काले व्दारा किया गया है।

अभी कोरोनाग्रस्त होने की पुष्टि नहींं

जिन नागरिकों के जांच नमुने रविवार को नागपुर भेजे गए है, उन्हें कोरोनाग्रस्त नहीं कहा जा सकता। फिलहाल सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाया गया है। जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करना चाहिए। रोजाना की तरह सामान्य तौर पर ही यह नमुने जांच के लिए भेजे गए है। इसमें कुछ नया नहीं है। अब तक अमरावती शहर में कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है।
विशाल काले, स्वास्थ्य अधिकारी, मनपा

कोरोना से बचाव के लिए नहाने का साबुन कारगर

कोरोना के संकट को देखते हुए संपूर्ण जिलेभर में सैनिटाइजर की मांग बढ़ चुकी है। नागरिकों की ओर से सैनिटाइजर की बढ़ी मांग को देखते हुए कुछ स्थानीक संस्था व महिला बचत गट व गृहउद्योग को अन्न एवं औषध प्रशासन की ओर से आवश्यक हैंड सैनिटाइजर बनाने की मंजूरी दी गई है। लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठाकर जाली सैनिटाइजर बना रहे है। जिससे कि सैनिटाइजर की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे है। प्रशासन की ओर से नागरिकों से अपील की गई है कि सैनिटाइजर खरीदते वक्त उत्पादन की तारीख, गुणवत्ता की मुदत, उत् पादक का नाम व पता अवश्य देखें। साथ ही यह भी बताया गया कि कोरोना को रोकने के लिए हैंड सैनिटाइजर आवश्यक नहीं है। साधा हैंडवॉश व नहाने का साबून भी बचाव के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। अगर किसी नागरिक को सैनिटाइजर की गुणवत्ता पर संदेह होता है तथा उसे विक्रेता पर नकली सैनिटाइजर बेचने का संशय है तो वह तुरंत इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दे सकता है।

झूठी निकली शहर में कोरोना मरीज होने की अफवाह

रविवार २९ मार्च की सुबह जिला स्वास्थ्य विभाग तथा शहर स्वास्थ्य विभाग में काफी हलचल नजर आई। कुछ माध्यमों पर यह खबर चर्चित होने लगी कि शहर में चार लोगों में कोरोना के लक्षण पाए जाने की पुष्टि जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से की गई है। इनमें दो महिलाएं व दो पुरूषों का समावेश था। इस अफवा के फैलते ही प्रशासन ने सतर्कता के तौर पर चारों ही संदिग्धों को तुरंत आइसोलेशन कक्ष में दाखिल करवाया। प्राथमिक स्तर की जांच के बाद इन चारों में किसी भी प्रकार के लक्षण नजर नहीं आए। फिर भी सतर्कता के मद्देनजर चारों ही नागरिकों के खराश के नमूने नागपुर जांच हेतु भेजे गए है। संदिग्ध दोनों महिलाएं कुछ दिनों पहले दुबई तथा हैद्राबाद से शहर स्थित अपने निवासस्थान पर पहुंची है। दो अन्य लोग कोरोना संदिग्ध पाए गए कोरोना मरीज के संपर्क में आने की जानकारी प्रशासन को मिली थी। इन सभी की जांच के बाद जिला प्रशासन की ओर से कोरोना मरीजों की पुष्टि होने की अफवाहों का खंडन किया है। स्वयं जिलाधीश ने नागरिकों से आह्वान किया है कि अफवाहों से सतर्क रहे। 

कोरोना विषाणु का प्रभाव रोकने सर्वस्तरीय प्रयास जारी

उधर चिखलदरा पर्यटन नगरी में कोरोना विषाणु के प्रभाव को रोकने जहां संबंधित अधिकारियों ने कमर कसी है। वहीं स्थानीय व्यवसायियों एवं नागरिकों ने भी अपने स्तर पर सहयोग का हाथ बढाया है। होटल व्यवसायियों एवं नागरिकों ने भी अपने स्तर पर सहयोग का हाथ बढाया है। होटल व्यवसायियों ने बुकींग बंद रखी है। जिससे पर्यटन नगरी के दर्शनीय स्थल  सुनसान पडे है। संचारबंदी का ख्याल रखते हुए व्यवसायी एवं स्थानीय नागरिक जागरुकता का परिचय देते हुए समय को पाबंदी के अनुसार अपने घरों में दुबक जाते है। जिससे पुलिस विभाग भी अनुचित कार्रवाई से मुक्त है। देहांतों में पुलिस पटेल तथा ग्रामदक्षता दल ने मोर्चा संभाला है। पुलिस विभाग पेट्रोलिंग के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों को संचारबंदी के समय नियमों को उल्लंघन नहीं करने की हिदायत दे रहा है। नगरपालिका द्वारा चेकींग नाके पर आए सैलानियों को वापिस भेज दिया जा रहा है। हर वार्ड एवं मोहल्लों में किटनाशक दवाओं का छिडकाव एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ग्रामीण अस्पताल में अविलंब मरीजों की जांच कर उन्हें उचित परामर्श दिया जा रहा है। अब तक कोरोना विषाणु से प्रभावित किसी मरीज की खबर नहीं है। संबंधित अधिकारियों में थानेदार आकाश शिंदे, तहसीलदार माया माने, नगराध्यक्ष विजया सोमवंशी, मुख्याधिकारी सुर्यकांत पिदुरकर, वैद्यकिय अधीक्षक डा. संजय पवार, उपाध्यक्ष शे. अब्दुल, पार्षद एवं जनप्रतिनिधि अपने-अपने स्तर पर प्रयासरत है।
 

 

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