निशाना: घर-घर झगड़े लगानेवाले कह रहे हैं घर मत तोड़ो, उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर तंज

  • नाशिक के बजाय गडचिरोली में आदिवासी विद्यापीठ की करेंगे मांग
  • विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्‌टीवार ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर कसा तंज
  • महायुति पर लगाया ओबीसी विरोधी होने का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-08 13:35 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा चुनाव की तैयारी के साथ ही राजनीतिक क्षेत्र में तानाकशी जोर पकड़ने लगी है। परस्पर निशाना साधा जा रहा है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्‌टीवार ने राकांपा नेता व उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर तंज कसते हुए कहा है-घर-घर में झगड़े लगानेवाले अब कह रहे हैं कि घर मत तोड़ो। उन्होंने महायुति को ओबीसी विरोधी ठहराते हुए कहा है कि नाशिक के बजाय गडचिरोली में आदिवासी विद्यापीठ की मांग की जाएगी। रविवार को वडेट्‌टीवार ने पत्रकारों से चर्चा की। गडचिरोली में अजित पवार के नेतृत्व की राकांपा में पारिवारिक मतभेद सामने आ रहा है।

अन्न व औषधि प्रशासन मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम की बेटी भाग्यश्री आत्राम व दामाद ऋतुराज हलगेकर ने शरद पवार के नेतृत्व की राकांपा में शामिल होने का निर्णय लिया है। इस पर मंत्री आत्राम ने जनता से आवाहन किया है कि उनकी बेटी व दामाद को नदी में फेंक दे। आत्राम परिवार के मामले पर वडेट्‌टीवार ने कहा है कि आत्राम के वक्तव्य निराशा में दिए गए हैं। अजित पवार को अब शरद पवार से अलग होने की समझ आने लगी है। यह सद्बुद्धि राकांपा को तोड़ते समय आती तो अजित को पश्चाताप नहीं करना पड़ता। अजित ने घर-घर में झगड़े लगाए। राकांपा फोड़ी। अब कह रहे हैं घर-घर में झगड़े मत लगाओ। इन लोगों के लिए कुर्सी से कोई दूसरा प्रिय नहीं है।

गडचिरोली में आदिवासी विद्यापीठ की मांग

वडेट्‌टीवार ने कहा कि गडचिरोली जिले में सर्वाधिक आदिवासी हैं। लेकिन आदिवासी विद्यापीठ की स्थापना नाशिक में की जा रही है। नाशिक के बजाय गडचिरोली में आदिवासी विद्यपीठ शुरु करने की मांग सरकार से की जाएगी। महायुति ओबीसी विरोधी है। सरकार को ओबीसी से कोई संबंध नहीं है। ओबीसी विद्यार्थियों के लिए महाज्योति का मुख्यालय महाविकास आघाडी ने नागपुर में शुरु कराया। महायुति सरकार ने महाज्योति का प्रशिक्षण केंद्र पुणे में खुलवाया है। सरकार की मंशा समझ नहीं आ रही है।

उद्योगों पर जारी करें श्वेतपत्रिका

औद्योगिक विकास के मामले में आगे रहने के राज्य सरकार के दावे को वडेट्‌टीवार ने झूठा कहा है। उन्होंने उद्योग मंत्री से आवाहन किया है कि राज्य में औद्योगिक निवेश के संबंध में 8 दिन में श्वेतपत्रिका जारी करें।

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