रोजगार के अवसर: 500 युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में मिलेगा प्रशिक्षण
- प्रत्येक जिले के युवाओं को पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में प्रशिक्षण
- रोजगार के मिलेंगे अवसर
- सुधरेगा जीवनस्तर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। किसी भी देश का पर्यटन सबसे बड़ा सेवा उद्योग है। इसका महत्व आर्थिक विकास तथा रोज़गार सृजन के साधन के रूप में है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए जल, कृषि, साहसिक पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में स्थानीय युवाओं को राेजगार सक्षम बनाने के लिए राज्य सरकार ने कदम उठाया है। इसी के तहत प्रत्येक जिले के 500 युवाओं को पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सरकार ने दी है मंजूरी राज्य के युवाओं को पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में प्रशिक्षण मिला, तो उनमें राेजगार क्षमता विकसित हो सकती है। इसी मूल उद्देश्य से प्रत्येक जिले के कम से कम 500 युवओं को प्रशिक्षण देने की सरकार ने घोषणा कि थी। हाल ही में सरकार ने प्रशिक्षण और राेजगार क्षमता निर्माण याेजना को मंजूरी दी है। इस योजना पर अमल करने के लिए नेशनल काउंसिल फॉर मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी (एनसीएचएमसीटी) नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम को 2023-24 शैक्षणिक सत्र से संचालित किया जाएगा। स्वामी समर्थ महाराष्ट्र इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, सोलापुर में यह पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। इसमें बीएससी होटेल एंड हॉस्पिटैलिटी एडमिस्ट्रेशन, डिप्लोमा इन फूड प्रोडक्शन, डिप्लोमा इन बेकरी एंड कंफेक्शनरी, डिप्लोमा इन फूड बेवरेज सर्विस आदि पाठ्यक्रम शामिल हैं।
जल पर्यटन प्रशिक्षण : महाराष्ट्र पर्यटन विकास महामंडल के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्कूबा डायविंग एंड एक्वेटिक स्पोर्ट्स (आईआईएसडीए) इस साहसिक जल पर्यटन और आपातकालीन बचाव प्रशिक्षण संस्था को राज्यस्तरीय संस्था घोषित किया गया है। इस संस्था द्वारा युवाओं को साहसिक जल पर्यटन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
फेलोशिप, इंटर्नशिप प्रोग्राम : योजना के तहत भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्था ग्वालियर, इंस्टिट्यूट आॅफ होटेल मैनेजमेंट दादर मुंबई आदि पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में नामित संस्था द्वारा युवाओं के लिए फेलोशिप, इंटर्नशिप प्रोग्राम चलाया जाएगा, साथ ही राज्य सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, कौशल विकास विभाग अंतर्गत आने वाली विभिन्न संस्थाओं द्वारा युवाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।