जश्ने आजादी का गिफ्ट: कपिल नगर पुलिस ने चोरी गए मोबाइल ढूंढकर लौटाए, मालिकों के खिले चेहरे, हुई प्रशंसा
- 15 अगस्त की खुशी के मौके पर लौटाए मोबाइल
- खुशी से खिल उठे चेहरे
- साइबर टीम की मदद से ढूंढ़ निकाले गुम हुए मोबाइल
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अक्सर जब मोबाइल चोरी हो जाता है, या गुम हो जाता है, तो उम्मीद नहीं होती की वो वापस मिलेगा, लेकिन कपिल नगर पुलिस ने इस ना उम्मीदी का भ्रम तोड़ दिया है। पुलिस ने आजादी के महा पर्व पर जब मोबाइल मालिकों को थाने बुलाया और उनकी अमानत उन्हें लौटाई, तो कुछ खुशी से झूम उठे, तो कुछ की आंखे नम हो गईं। जाहिए है इनमें किसी ने मोबाइल किस्तों पर खरीदा होगा, किसी को किसी अपने से गिफ्ट मिला होगा, तो शायद किसी ने मोबाइल खरीदने के लिए कड़ी मशक्कत की होगी।
वो बड़े बुजुर्ग कहते थे ना कि जो किस्मत में है, कोई छीन नहीं सकता- गया तो भी मिल जाता है।
महानगर के अमूमन सभी थानों में मोबाइल चोरी और गुम होने की शिकायतें दर्ज होती हैं। इसी तरह जुलाई 2024 तक कपिल नगर थाने में भी मोबाइल से संबंधित कई शिकायतें दर्ज हुई थीं। साइबर टीम की मदद से पुलिस ने गुम या चोरी हुए मोबाइलों में करीब 11 हैंड सैट ढूंढ निकाले। इसके बाद शिकायतकर्ताओं को थाने बुलाया गया। आला पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में वरिष्ठ निरीक्षक महेश आंधले के हाथों मोबाइल उनके असल मालिकों को सौंप दिए गए। सभी ने पुलिस के इस काम की जमकर तारीफ की। गज्जू गेडाम ने बताया कि मोबाइल मिलने के बाद सभी ने पुलिस का आभार जताया। पुलिस ने मोबाइल मालिकों तक उनकी अमातन पहुंचा दी। मोबाइल गुमने की शिकायतों पर एक्शन लिया गया था।
ऐसे होती है पड़ताल
जब पुलिस को फोन के नजदीकी 3 टावर की जानकारी मिल जाती है, तो ऐसे में Triangulation method का उपयोग होता है। इसकी मदद से मोबाइल पहले टावर से 2 किलोमीटर, दूसरे टावर से 3 किलोमीटर और तीसरे टावर से 2.5 किलोमीटर दूर है, तो पुलिस सबसे नजदीकी लोकेशन का पता लगा लेती है।
क्या करें
इसके अलावा मोबाइल गुम होने की स्थिति में पुलिस के पोर्टल पर जानकारी अपलोड की जाती है। नजदीकी थाना/साइबर सेल से संपर्क किया जा सकता है। जिससे मोबाईल फोन का किसी भी अपराध में उपयोग ना हो सके। अपने मोबाईल फोन को हमेशा पासवर्ड प्रोटेक्टेड रखें। जागरूक रहकर किसी भी प्रकार के सायबर अपराध से बचा जा सकता है।