दहशत: अवैध साहूकार की धमकी, बोला - तेरे बच्चों की किडनी बेचकर ब्याज वसूलूंगा
- पुलिस आयुक्त से मिला पीड़ित
- बेलतरोडी थाने में मामला दर्ज
- खेती गिरवी रखने के बहाने करा ली रजिस्ट्री
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक अवैध साहूकार के खिलाफ बेलतरोड़ी थाने में मामला दर्ज हुआ है। पीड़ित ने अवैध साहूकार सागर दोषी से 10 प्रतिशत ब्याज की दर से करीब 8.50 लाख रुपए कर्ज लिया था, वह ब्याज और मूल रकम के साथ अब तक करीब 19 लाख से अधिक रुपए वापस दे चुका है। इसके बाद भी अवैध साहूकार पीड़ित कौस्तुभ आष्टीकर से ब्याज के 35 लाख रुपए बकाया होने की बात कहकर पैसे की लगातार मांग कर रहा था। वह अपने भाई की दुकान और खुद का प्लॉट तक सागर के पास गिरवी रख दिया है। हद तो तब हो गई जब उसने कौस्तुभ को धमकी देने लगा कि ब्याज सहित अगर बाकी रुपए लाकर नहीं दिया तो तेरे बच्चों की किडनी बेचकर पैसे वसूल करुंगा।
बढ़ सकते हैं पीड़ित
अवैध साहूकार सागर दोषी (40) सुरक्षा अपार्टमेंट भरत नगर नागपुर निवासी की धमकी से डरकर पीड़ित ने पहले बेलतरोड़ी थाने में गुहार लगाई, जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो वह सीधा पुलिस आयुक्तालय पहुंचे और पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र कुमार सिंगल को आपबीती सुनाई। इसके बाद पुलिस आयुक्त की पहल पर आरोपी सागर दोषी पर धारा 39, 45, 384, 504, 506 के तहत मामला दर्ज किया है। कौस्तुभ सहित तीन पीड़ित सामने आ चुके हैं। इस मामले में पीड़ितों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
थाने पहुंचा मामला
कौस्तुभ साल भर सागर को ब्याज की रकम देता। करीब 18 लाख से अधिक तकरीबन 19 लाख 45 हजार रुपए वापस करने के बाद भी सागर उन्हें धमकी दे रहा है कि अभी भी तुझ पर मेरा 35 लाख रुपए बकाया है। सागर अब प्लॉट और दुकान वापस करने के मूड में नहीं है। कौस्तुभ ने सागर से ब्याज से पैसे लेते समय प्लॉट और दुकान गिरवी रखा था, लेकिन आरोपी ने खुद ही रजिस्ट्री कर प्लॉट और दुकान का कमरा अपने नाम करा लिया। अब ब्याज के 35 लाख रुपए वापस करने पर ही प्लॉट और दुकान वापस करने की बातें कर रहा था, जब उसने उनके बच्चों की किडनी बेचकर ब्याज वसूलने की धमकी दी तो पीड़ित कौस्तुभ ने थाने में शिकायत की।
घर खरीदने पैसे लिए थे
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रेवती नगर बेसा निवासी कौस्तुभ आष्टीकर (39) ने अवैध साहूकार आरोपी सागर दोषी के खिलाफ बेलतरोड़ी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। कौस्तुभ ऑर्डनेंस फैक्टरी में नौकरी करते हैं। उन्हें बेसा में घर खरीदना था। पैसे कम पड़े तो उन्होंने दोस्त प्रणय मोटघरे रामकूलर चौक महल निवासी से बात की। प्रणय ने उनकी पहचान दिलीप वानखडे वैशालीनगर पांचपावली निवासी से कराई। दिलीप ने कौस्तुभ की मुलाकात अवैध साहूकारी करने वाले सागर दोषी से कराई। इसके बाद 8 जनवरी 2017 को कौस्तुभ ने दोषी से 10 प्रतिशत की दर से 8.50 लाख रुपए कर्ज लिया। इसके लिए उन्होंने अपने भाई कार्तिक की बेलतरोड़ी की दुकान और बेसा में खुद का प्लाट तक गिरवी रख दिया।
खेती गिरवी रखने के बहाने करा ली रजिस्ट्री
सूत्रों के अनुसार, टिकेकर रोड, धंतोली निवासी मनोज नायडू ने भी अवैध साहूकार सागर दोषी से 8.80 लाख रुपए 10 प्रतिशत ब्याज से लिया था। इसके लिए आरोपी के पास उन्होंने अपनी 5 एकड़ खेती गिरवी रखी थी। साल भर में नायडू ने मूल रकम और ब्याज सहित करीब 25 लाख 50 हजार रुपए वापस किया, लेकिन अवैध साहूकार ने गिरवी रखी उनकी खेती की रजिस्ट्री करा लिया। इसी तरह आरोपी सागर दोषी ने संजय खांडेकर के साथ भी ब्याज से पैसे देकर ठगी की है। आरोपी सागर दोषी ऐसे ही तरीका अपनाकर कई लोगों के साथ ठगी कर चुका है। अब तक तीन पीड़ित सामने आ चुके हैं। कुछ और पीड़ित सामने आना बाकी हैं।