वारदात: मार कर रेल पटरी पर फेंक दिया, हत्या को हादसा बनाने का हुई कोशिश

  • अवैध शराब विक्रेता की पिटाई से व्यक्ति की मौत का मामला आया सामने
  • आरोपी फरार, पड़ताल में जुटी पुलिस

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-01 08:58 GMT

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जरीपटका इलाके में एक 52 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई। आरोपी ने हत्या की घटना को हादसा बनाने का प्रयास किया। उसने मृतक के शव को मेकोसाबाग में रेल पटरी के किनारे लाकर छोड़ दिया, ताकि लगे कि ट्रेन से टक्कर होने पर उसकी मौत हाे गई है। पुलिस ने प्राथमिक तौर पर आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया था, लेकिन जब मृतक की बहन रंजना कांबले ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसके भाई प्रमोद की आरोपी शेखू खान ने पिटाई की, जिससे उसके भाई प्रमोद पॉल फ्रांसिस की मौत हो गई, तब पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।

शव मिलने पर पहुंचे परिजन: सूत्रों के अनुसार, लुंबिनी नगर जरीपटका निवासी प्रमोद पॉल फ्रांसिस (52) का शव बुधवार को सुबह करीब 6 बजे मेकोसाबाग रेलवे पटरी के पास पड़े होने की जानकारी परिजनों को मिली। प्रमोद की बहन रंजना कांबले भी मौके पर पहुंची। कुछ रिश्तेदारों की मदद से रंजना शव उठाकर घर ले गई। उसे और रिश्तेदारों को यही लग रहा था कि उसका भाई ट्रेन हादसे का शिकार हो गया है। जरीपटका पुलिस ने भी आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया।

परिसर में चर्चा तेज

इस बीच, प्रमोद की शेखू खान द्वारा पिटाई किए जाने की चर्चा परिसर में फैली, तो बात रंजना के कानों तक भी पहुंची। रंजना जरीपटका थाने पहुंची। उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि उसे पता चला है कि उसके भाई प्रमोद की आरोपी शेखू खान ने पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद जरीपटका पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। शेखू फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

अधिकारियों, कर्मचारियों से दोस्ती

सूत्रों के अनुसार, शेखू इसके पहले भी चर्चा में रहा है। जरीपटका थाने के कई अधिकारियों, कर्मचारियों से उसकी गहरी दोस्ती के किस्से हैं। यहां तक कि उसके खिलाफ एमपीडीए के तहत होेने वाली कार्रवाई का प्रस्ताव तक टल गया था। शेखू खान को डीबी स्क्वॉड से लेकर हर कोई पहचानता है।  क्षेत्र में अवैध शराब का उसका धंधा जोरों पर चलता था। चर्चा है कि शेखू को प्रमोद पर संदेह था कि उसने उसकी 4 बोतल शराब गायब कर दी है। इसके चलते उसने प्रमोद की इस कदर पिटाई की कि उसकी मौत हो गई। शेखू के अवैध शराब अड्डे पर लंबे समय से कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। थाने के डीबी स्क्वॉड में कार्यरत कुछ कर्मियों के मोबाइल का सीडीआर निकाले जाने पर सारा सच सामने आ जाएगा।

गौरतलब है कि जरीपटका थाने के तत्कालीन थानेदार दीपक भिताडे का तबादले के बाद जरीपटका थाने के डीबी स्क्वॉड के कुछ कर्मचारी विवादों से घिर गए थे। थानेदार का तबादला तो कर दिया गया, लेकिन उन विवादित कर्मियों का न तो तबादला हुआ और न ही उन्हें उस जगह से हटाया गया, जिस जगह पर वह डटे हैं। उक्त घटना के पीछे अवैध शराब का धंधा कारण माना जा रहा है।

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