Mumbai News: कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा भाजपा के इस गढ़ को भेदना
- मुलुंड विस सीट पर साल 1990 से लगातार जीत रही भाजपा
- मराठी और गुजराती भाषी मतदाताओं की भूमिका होगी अहम
Mumbai News : अमित कुमार | पिछले लगभग 34 साल से भाजपा के कब्जे वाली मुलुंड विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम बदलना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती होगी। भाजपा ने मुलुंड सीट से वर्तमान विधायक मिहिर कोटेचा को उम्मीदवारी दी है। कोटेचा साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर-पूर्व मुंबई सीट से हार गए थे। इसके बावजूद भाजपा ने लगातार दूसरी बार कोटेचा को मुलुंड सीट पर उतारा है। बीते लोकसभा चुनाव में कोटेचा ने मुलुंड विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना (उद्धव) के प्रत्याशी रहे संजय दिना पाटील के मुकाबले 60 हजार 442 वोटों की बढ़त हासिल की थी। इस सीट से राकांपा (शरद) की अधिकृत प्रत्याशी संगीता वाजे ने आखिरी मौके पर नामांकन वापस ले लिया है। इससे कांग्रेस के प्रत्याशी राकेश शेट्टी को चुनाव लड़ने का मौका मिल गया है। मुलुंड सीट पर छोटे दलों और निर्दलियों को मिलाकर कुल 10 उम्मीदवार उतरे हैं। मगर मुलुंड सीट पर भाजपा प्रत्याशी कोटेचा और कांग्रेस उम्मीदवार शेट्टी के बीच सीधा मुकाबला है। साल 1990 से हुए विधानसभा चुनाव से अब तक हुए सात चुनावों में मुलुंड सीट पर भाजपा लगातार जीत रही है, जबकि कांग्रेस ने इस सीट पर आखिरी बार 1985 में जीत दर्ज की थी। 2019 में यहां से मनसे की उम्मीदवार रहीं हर्षला चव्हाण को 29 हजार 905 मत मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के उम्मीदवार गोविंद सिंह को महज 23 हजार 854 वोट मिले थे। इससे कांग्रेस को पिछले चुनाव में मिले वोटों के लिहाज से इस चुनाव में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। हालांकि इस बार के चुनाव में मनसे ने मुलुंड सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारा है और कांग्रेस के साथ शिवसेना (उद्धव) भी है।
सरदार तारा सिंह 4 बार हुए निर्वाचित
मुलुंड सीट पर साल 1990 से लगातार भाजपा जीत रही है। साल 1990 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार वामनराव परब को जीत मिली थी। साल 1995 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी किरीट सोमैया जीतकर विधायक बने थे। फिर साल 1999, साल 2004, साल 2009, साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सरदार तारा सिंह लगातार चार बार निर्वाचित हुए थे। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार कोटेचा को जीत मिली थी। मुलुंड सीट पर कांग्रेस को आखिरी बार साल 1985 के विधानसभा चुनाव में जीत मिली थी। उस चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार दिना बामा पाटील को जीत मिली थी। दिना बामा के बेटे संजय दिना पाटील उत्तर-पूर्व मुंबई सीट से वर्तमान में शिवसेना (उद्धव) के सांसद हैं।
मतदाताओं का समीकरण
मुलुंड में सबसे अधिक 37 प्रतिशत मराठी भाषिक मतदाता हैं। गुजराती- जैन, गुजराती-कच्छी और गुजराती-लोहाणा को मिलाकर 32 प्रतिशत वोटर हैं। इसके अलावा उत्तर भारतीय, दक्षिण भारतीय, सिंधी और अन्य समाज के मतदाता हैं। राजनीतिक जानकरों का कहना है कि मुलुंड सीट पर गुजराती समाज के वोटर एकमुश्त भाजपा को वोटिंग करते हैं। जबकि मराठी और दलित समाज के वोटरों में बिखराव होता है। इस सीट पर गुजराती मतदाता निर्णायक स्थिति में हैं।
पिछले चुनाव पर एक नजर (2019)
प्रमुख उम्मीदवार को मिले मत
मिहिर कोटेचा (भाजपा) 87,253
हर्षला चव्हाण (मनसे) 29,905
गोविंद सिंह (कांग्रेस) 23,854
नोटा 5,200
जीत का अंतर 57,348