Katol News: तैराकी के चक्कर में गंवाई जान, जंगल में मृत मिला बुजुर्ग, परिजन ढूंढते रहे
- परिवार वाले ढूंढते रहे, हो चुकी थी मौत
- अलग-अलग घटना में दो लोगों की मौत
Katol News : काटोल तहसील में अलग-अलग जगहों पर दो लोगों की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर जिले के काटोल तालुका के मासोद निवासी खेत मजदूर हरिदास भाऊराव वरठी करंजा घाडगे तालुका के मेट (हिरजी) के तालाब में तैरने के लिए गया था, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने आस-पास उसकी खोजबीन की लेकिन हरिदास का कुछ पता नहीं लगा। कोंढाली पुलिस स्टेशन में हरिदास वरिठी के लापता होने की सूचना दी गयी। कोंढाली के थानेदार राजकुमार त्रिपाठी, ए एस आई भोजराज तांदुलकर मेट हिरजी तालाब पहुंचे और मेट हिरजी के भागचंद्र कांबले तथा ग्रामीणों की मदद से तालाब में हरिदास वरठी की तलाश की गई। तालाब के गहरे पानी से भागचंद कांबले के शव को बाहर निकाला गया। घटना स्थल कोंढाली पुलिस स्टेशन के बजाय कारंजा घाडगे पुलिस स्टेशन में आने से कोंढाली के थानेदार राजकुमार त्रिपाठी ने यह खबर कारंजा घाडगे पुलिस स्टेशन को दी।
कारंजा पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पंचनामा किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए कारंजा घाडगे ग्रामीण अस्पताल में भेजा। दूसरी घटना में जूनापानी ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच मारोतराव साठे की मौत हो गई। कोंढाली पुलिस स्टेशन अंतर्गत जूनापानी ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच मारोतराव साठे (81) निवासी चिंचोली उन्नत किसान और पशुपालक थे। नवरात्रि और दशहरा होने के कारण उनकी गाय और भैंस चराने वाला चरवाहा काम पर नहीं आया। मारोतराव साठे खुद अपनी गायों/भैंसों को चराने के लिए गांव के पास चरागाह क्षेत्र में ले गए। चरने के लिए गए गाय और भैंस शाम को वापस आ गए लेकिन पूर्व सरपंच मारोतराव साठे वापस नहीं आए।
मारोतराव साठे के पुत्र और पोते ने ग्रामीणों की सहायता से चरागाह क्षेत्र में देर रात तक मारोतराव साठे की तलाश की। मारोतराव का कुछ पता नहीं लगा। दूसरे दिन मारोतराव साठे के परिजन तथा गांववासी पुन: जंगल से सटे चारागाह क्षेत्र में खोजबीन करने गए तो गांव से डेढ़ से दो किलोमीटर की दूरी पर जंगल में मारोतराव साठे का शव मिला। घटना की जानकारी कोंढाली पुलिस को दी गई। कोंढाली पुलिस स्टाफ मौके पर पहुंचा और पंचनामा किया। इस बीच सभी परिजनों और गांव के नागरिकों की मांग थी कि मारोतराव साठे का शव बिना पोस्टमार्टम कराए ही परिजनों को सौंप दिया जाए, लेकिन थानेदार राजकुमार त्रिपाठी ने उपस्थित लोगों तथा परिजनों को समझाया कि मारोतराव साठे का पोस्टमार्टम के बिना शव परिजनों को नहीं दिया जा सकता। शव को काटोल ग्रामीण रूग्णालय भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।