पानी-पानी हुआ शहर, कई जगह सड़कें जलमग्न, घरों में घुसा पानी, लोग बेहाल

  • खंदारी नाला ओवरफ्लो होने से कजरवारा क्षेत्र में बाढ़ जैसा दृश्य
  • कई जगह बिजली के ट्रांसफाॅर्मर तक डूबे, फेल साबित हुए निगम के इंतजाम

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-04 09:45 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

शहर में पिछले दो दिन से हो रही बारिश ने गुरुवार को जमकर कहर बरपाया। बारिश से शहर की कई कॉलोनियाँ जलमग्न हो गईं। खंदारी नाला ओवरफ्लो होने से कजरवारा क्षेत्र की कई कॉलोनियों में पानी भर गया। शहर में कई जगह ऐसे ही हालात बने। लोग घरों से पानी निकालने में जुटे रहे। कई जगह तो बिजली के ट्रांसफाॅर्मर तक डूब गए। इस दौरान नगर निगम की ओर से किए गए इंतजाम फेल नजर आए गए। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। नागरिकों का कहना था कि पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं होने से ही यह समस्या बनी है। निगम की अनप्लांड वर्किंग इसका एक बड़ा कारण है।


कई क्षेत्रों में परेशानी, लोगों ने झेली मुसीबत

कजरवारा क्षेत्र के लोगों ने बताया कि खंदारी नाले का पानी बुधवार देर रात से ही ओवरफ्लो हो गया। पूरे क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए। परेशान लोगों ने गुरुवार सुबह से नगर निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के फोन घनघना शुरू कर दिए। सबसे ज्यादा पानी भरने की शिकायतें पिंक सिटी, चैतन्य सिटी, माँ नर्मदा नगर, ममलेश्वरी नगर, सिटी होम्स, सविता ग्रीन सिटी और कजरवारा क्षेत्र से मिलीं। यहाँ पर खंदारी नाले का पानी लोगों के घरों में भर गया। इसके साथ ही शहर के मदन महल अंडरब्रिज, अंधेरा पुल, रानीताल, दमोहनाका, अंधेरदेव, गंजीपुरा, नरघैया, बल्देवबाग, दमोहनाका, चेरीताल, रामपुर, ग्वारीघाट, गोरखपुर, गढ़ा, शिवनगर, अधारताल, रांझी, मानेगाँव, मोहनिया और कठौंदा क्षेत्र में भी पानी भर गया। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

अनुमति देने वाले अधिकारियों पर हो कार्रवाई

कांग्रेस नेता अभिषेक चौकसे चिंटू ने कहा है कि पिंक सिटी, चैतन्य सिटी सहित कजरवारा की कॉलोनियों में बारिश का पानी भरने के लिए टीएनसीपी और नगर िनगम के अधिकारी जिम्मेदार हैं। अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

नाले हुए संकीर्ण, नालियाँ बनी ही नहीं : पानी की निकासी की पुख्ता व्यवस्था न होना ही बना दुर्गति का सबब


धनवंतरी नगर परसवाड़ा में नालियाँ ही नहीं

महाराणा प्रताप वार्ड के अंतर्गत धनवंतरी नगर स्थित परसवाड़ा एलआईजी लाइन और भूकंप कॉलोनी में नालियाँ नहीं होने के कारण बारिश का पानी सड़क और घरों में भर गया। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि परसवाड़ा में पानी की निकासी के लिए नगर निगम ने नालियाँ नहीं बनाई हैं। इसके कारण दो दिन से बारिश का पानी लोगों के घरों में भरा है।

पानी-पानी हुईं संजीवनी नगर की कॉलोनियाँ

बारिश से संजीवनी नगर की कॉलोनियाँ पानी-पानी हो गईं। साईं सुबह परिसर में बारिश का पानी सड़कों पर भर गया। हालात इतने िबगड़े कि लोगों के घरों में पानी भरने लगा। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि संजीवनी नगर के नाले को तोड़ने के कारण पानी कॉलोनी में भर रहा है।

ओमकार नगर की सड़कें बनीं दरिया

अमखेरा स्थित ओमकार नगर की सड़कों पर पानी भरने से लोग परेशान होते रहे। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में पानी की निकासी नहीं होने के कारण बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है। कई लोगों के घरों में भी पानी भर गया।


जलमग्न हुई कठौंदा बस्ती

नगर निगम के वार्ड नंबर-72 स्थित कठौंदा में स्थिति भयावह है। आसपास बनी कॉलोनी और करमेता का पानी सीधे कठौंदा पहुँच रहा है। इससे सड़कें और खेत जलमग्न हो गए हैं। स्थानीय निवासी दिनेश पटेल ने बताया कि कठौंदा बस्ती से जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके चलते अन्य कॉलोनियों का पानी कठौंदा में भर रहा है। दो दिन से पूरी बस्ती और खेतों में पानी भरा है।

आनन-फानन में कराया काम

महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने गुरुवार को शहर के जलप्लावन ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने पिंक सिटी, चैतन्य सिटी, अनुराधा कॉलोनी, विनायक कॉलोनी, कजरवारा, ममलेश्वरी नगर, माँ नर्मदा नगर, सिटी होम्स, सविता ग्रीन सिटी सहित अन्य क्षेत्रों में पहुँचकर पानी निकासी की व्यवस्था कराई। निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े ने भी जलप्लावन वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया।

अधिकारियों को बुलाया, कराईं व्यवस्थाएँ

बिलहरी, तिलहरी, पिंक सिटी, चैतन्य सिटी, कटिया घाट, गौरैयाघाट और कजरवारा के जलभराव वाले क्षेत्रों में विधायक अशोक रोहाणी और निगमाध्यक्ष रिकुंज विज पहुँचे। उन्होंने मौके पर निगमायुक्त, एसडीएम और तहसीलदार को बुलाया। इसके साथ ही कटियाघाट में गौर नदी के बाढ़ में फँसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। श्री रोहाणी ने अधिकारियों को निर्देश दिया तत्काल पानी निकासी की व्यवस्था कराई जाए।

आग लगने पर खोदा जा रहा कुआँ

नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने कहा कि महापौर आग लगने पर कुआँ खोदने का काम कर रहे हैं। भाजपा पार्षद दल पिछले चार महीने से शहर के नाले और नालियों की सफाई कराने की माँग कर रहा है, लेकिन नाले और नालियों की सफाई नहीं कराई गई। भाजपा पार्षदों ने जलप्लावन के मुद्दे पर 13 जून को धारा 30 की बैठक बुलाने हेतु पत्र दिया था। महापौर धारा 30 की बैठक बुलाने से बचना चाह रहे हैं। उन्होंने जलप्लावन के लिए महापौर को जिम्मेदार ठहराया।

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