जबलपुर: बीएड की प्रवेश प्रक्रिया में दो-दो बार दस्तावेज का सत्यापन

  • भटक रहे छात्र, कॉलेजों में तीसरे चरण की काउंसलिंग के बाद ढेरों सीटें खाली
  • पहले छात्रों को ऑनलाइन दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा।
  • मेरिट आधार पर 40% से ज्यादा एडमिशन समीपी जिलों के छात्रों को भी मिले हैं।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-23 10:29 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बीएड, एमएड, बीपीएड, एमपीएड सहित एनसीटीई के कोर्स के लिए चल रही प्रवेश प्रक्रिया में छात्रों को दो-दो बार दस्तावेजों का सत्यापन कराना पड़ रहा है। विभागीय अफसरों का कहना है कि दो बार दस्तावेज का सत्यापन इसलिए कराया जा रहा है जिससे फर्जीवाड़े पर रोक लगाई जा सके लेकिन यह अतिरिक्त सावधानी विद्यार्थियों पर भारी पड़ रही है।

तकरीबन डेढ़ महीने से चल रही प्रक्रिया में पहले छात्रों को ऑनलाइन दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। प्रक्रिया के अनुसार सीट आवंटन के बाद फीस जमाकर प्रवेश ले चुके छात्रों को फिर हेल्प सेंटर पहुँचकर ऑफलाइन माध्यम से दस्तावेजों का सत्यापन निर्धारित हेल्प सेंटर पर कराना होता है।

जिन छात्रों ने तीन चरणों की काउंसलिंग के बाद प्रवेश ले लिया है। उनके अभी मूल दस्तावेज के सत्यापन होने बाकी हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी उन छात्रों को हो रही है जिन्हें लंबा सफर तय करना पड़ता है। जिन्होंने दस्तावेज का सत्यापन व मूल टीसी हेल्प सेंटर पर जमा नहीं किया है उनके पास 31 जुलाई तक का ही समय बचा है।

हजार से ज्यादा सीटें खाली

मेरिट आधार पर 40% से ज्यादा एडमिशन समीपी जिलों के छात्रों को भी मिले हैं। कुछ मामलों में सीटों का अलॉटमेंट अन्य राज्यों के छात्रों को भी हुआ है।

इसी के चलते सीटों से दो गुना दावेदार होने के बाद भी तीन चरणों में बीएड प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके बाद भी बीएड की काफी सीटें खाली हैं। जबलपुर में 45 सौ सीटें हैं जिसमें अभी 60 फीसदी सीटें ही भरी हैं।

चौथे चरण की मेरिट लिस्ट 25 को आएगी

एनसीटीई कोर्स चौथे चरण की काउंसलिंग में भाग लेने वाले छात्रों की लिस्ट 25 जुलाई को आएगी। वहीं सीट आवंटन होने के बाद विद्यार्थी 25 से 30 जुलाई तक प्रवेश पक्का करा सकेंगे।

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