जबलपुर: 2 करोड़ की लागत से बनी नई सड़क में भी जम गए सब्जी के ठेले
गुलौआ चौक-गौतम मढ़िया मार्ग: जो दशा पहले थी वही अब भी, लोगों ने कहा- इतने बड़े खर्च के बाद भी नहीं मिल पा रही राहत
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
गढ़ा रेलवे फाटक से गुलौआ चौक और उससे आगे गौतम की मढ़िया तिराहे तक सड़क को सीमेंटेड नया बनाया गया है। यह सड़क अब लगभग पूरी होने वाली है लेकिन इस नई सड़क में जनता को किसी तरह की राहत मिलना मुश्किल है। इस सड़क में गुलौआ चौक में अराजकताका वही माहौल है जो पहले था। नई सड़क में चौराहे के बीच में फूल बिक रहे हैं तो सड़क के किनारे के हिस्से से लेकर बीच तक सब्जी के ठेले लगे हैं। इस तरह जो दशा पुराने मार्ग की थी वही अब भी है। किसी भी तरह का सुधार सड़क में दो करोड़ खर्च करने के बाद भी नहीं हो सका है। लोगों का कहना है कि जब सड़क को नया बनाया गया है तो कम से कम इन सब्जी के ठेलों को भी खदेड़ दिया जाता तो कुछ राहत मिल सकती थी। शाम को या पीक ऑवर्स में अभी भी जाम लग रहा है। अभी त्योहार के सीजन में जब औसत से ज्यादा भीड़ सड़कों पर होगी तो उन हालातों में और ज्यादा परेशानी बढ़ सकती है।
सख्ती के साथ अलग हों तभी समाधान
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सड़क को 60 फीट चौड़ा बनाना था, साथ ही जो चौराहे में चारों तरफ सब्जी के ठेले खड़े हो रहे हैं उनको सख्ती से अलग किया जाना चाहिए था पर नगर निगम ने इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया। पहले तो चौड़ाई से समझौता किया और अब जब सड़क बन चुकी है और उसके बाद भी कब्जों से मुक्ति दिलाने की सुध नहीं है। करोड़ों खर्च होने के बाद भी क्षेत्र के लोगों को अराजक हालात से किसी भी तरह की राहत नहीं मिल सकी है।
वक्त का तकाजा...अब तो इन्हें हॉकरजोन में शिफ्ट किया जाए
क्षेत्रीय निवासी मुकेश शर्मा, अरविंद कुशवाहा, संतोष शुक्ला, दिनेश पटेल कहते हैं कि इन सब्जी ठेले लगाने वालों के लिए विशेष हॉकरजोन बनकर तैयार है। साथ ही सड़क ब्लॉक होने पर जो बड़े हिस्से में कब्जा किए हुए थे निर्माण के बाद उनको अलग करने का वक्त आ गया है। इन सब्जी, फल, फूल के ठेलों को ओवरब्रिज के नीचे हॉकरजोन में जल्द से जल्द शिफ्ट किया जाना चाहिए नहीं तो जनता हलाकान होती रहेगी।