जबलपुर: कभी भी गिर सकते हैं मकानों पर लगे पेड़, जिम्मेदार अधिकारी बेखबर
व्यावसायिक क्षेत्र सराफा और दरहाई में हाईटेंशन लाइन के लिए खतरा बने पेड़, शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर के सघन व्यावसायिक क्षेत्र सराफा और दरहाई में मकानों पर लगे पेड़ कभी भी गिर सकते हैं। इतना ही नहीं दोनों पेड़ हाईटेंशन लाइन के लिए भी खतरा बन गए हैं। क्षेत्रीय नागरिक पेड़ों को कटवाने के लिए लगातार गुहार लगा रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि सराफा पुरानी बजाजी जैन मंदिर के सामने एक पुराने मकान में पेड़ लगा हुआ है, जो सड़क की तरफ झुका हुआ है। पेड़ की डालियों ने ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइन को भी घेरे में ले लिया है। वहीं दूसरी तरफ सुनरहाई से दरहाई जाने वाली सड़क पर भी एक पुराने मकान में पेड़ लगा है, इस पेड़ की डालियाँ भी हाईटेंशन लाइन पर आ गई हैं। आम जनता के लिए खतरा बन चुके पेड़ों को काटने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
कभी भी हो सकता है हादसा
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि दोनों पेड़ पुराने मकान पर लगे हैं। सड़क की तरफ झुके दोनों पेड़ों की जड़ें भी मजबूत नहीं हैं। ऐसे में पेड़ कभी भी सड़क के ऊपर गिर सकते हैं। इससे बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं पेड़ों की डालियों ने हाईटेंशन लाइन को अपने घेरे में ले लिया है। इसके कारण भी खतरा बढ़ गया है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि जिस जगह पर पेड़ लगे हुए हैं, उस सड़क से गणेश उत्सव, जैन समाज और अन्य धार्मिक जुलूस निकलते हैं। ऐसी सड़क की सुरक्षा के लिए विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए, लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शांति समिति की बैठक में भी उठ चुका है मामला
पूर्व पार्षद मुकेश राठौर का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा गत दिवस शांति समिति की बैठक का आयोजन किया गया था। शांति समिति की बैठक में उन्होंने मकान पर लगे पेड़ों से आम जनता को होने वाले खतरे का मामला उठाया था। उन्होंने बताया था कि पेड़ों के गिरने से आम जनता को गंभीर नुकसान हो सकता है। पेड़ों को काटने के लिए निगमायुक्त को पत्र भी दिया था, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
सराफा पुरानी बजाजी जैन मंदिर के सामने और सुनरहाई से दरहाई की तरफ जाने वाली सड़क पर पुराने मकानों पर लगे पेड़ों का निरीक्षण करा लिया गया है। जल्द ही पेड़ों को काटने की कार्रवाई की जाएगी।
आदित्य शुक्ला,
कार्यपालन यंत्री, उद्यान विभाग