अलर्ट मोड पर रेलवे: बारिश में ट्रेन दुर्घटनाएँ रोकने ट्रैक पर नजर रखेंगे तीन हजार कर्मी
- रेलखंडों के पुल व पटरियों पर सुरक्षा के लिए बरती जा रही सावधानी
- जबलपुर मंडल व आसपास के स्टेशनों को अलर्ट किया गया है।
- तीन हजार रेल कर्मियों के साथ ही इंजीनियरों की टीम भी तैनात की गई है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बारिश और मानसून के दौरान ट्रैक पर पानी भरने और मलबा भरने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने रेल प्रशासन द्वारा सावधानी बरती जा रही है। पिछले दिनों डुंडी में ट्रैक पर पानी भरने और सागर के समीप पानी से मलबा बहकर ट्रैक पर आने से दो स्थानों पर ट्रेन हादसे होते-होते बच गए थे।
इन सब मामलों को देखते हुए रेलवे ने पुल व पटरियों की निगरानी के लिए सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया है। इस काम के लिए इक्का-दुक्का नहीं बल्कि पूरे तीन हजार कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
इतना ही नहीं जबलपुर मंडल व आसपास के स्टेशनों को अलर्ट किया गया है। खासकर मंडल के सतना, रीवा, मानिकपुर, इटारसी, सिंगरौली, विजयसोता रेल खंड को संवेदनशील रेलखंडों पर रखते हुए इंजीनियरिंग विभाग को विशेष रूप से इस पर नजर रखने कहा गया है। इन सेक्शनों में पेट्रोलिंग भी बढ़ाई गई है।
बताया जाता है कि रेल प्रशासन ने ट्रैक को सुरक्षित रखने के साथ ही किसी भी अप्रिय स्थिति से समय रहते कैसे निपटा जाए, इसके लिए इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों को विशेष ट्रेनिंग दी है।
इसके अलावा यात्रा के दौरान किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर तुरंत रेल कर्मियों को तैयार रहने के निर्देश भी दिए गए हैं। वहीं रिलीफ स्टाफ को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
निगरानी ड्यूटी बढ़ाई गई
सूत्र बताते हैं कि जबलपुर मंडल के अधीन आने वाले सभी स्टेशनों की सीमा क्षेत्र में निगरानी ड्यूटी बढ़ा दी गई है। निगरानी कार्य के लिए तीन हजार रेल कर्मियों के साथ ही इंजीनियरों की टीम भी तैनात की गई है। इनकी ड्यूटी का समय शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक निर्धारित किया गया है।