जबलपुर: स्कूल निर्माण को लेकर आमने-सामने 3 पक्ष, कलेक्टर के सामने रखे अपने तर्क
- बड्डा दादा मैदान में बन रहा है सीएम राइज स्कूल
- मेडिकल कॉलेज के छात्रों से उनके खेल-कूदने का मैदान छिन जाएगा
- उक्त भूमि में सीएम राइज स्कूल व स्टेडियम बनाने की कार्य योजना तैयार की गई है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के सामने स्थित बड्डा दादा मैदान में सीएम राइज स्कूल निर्माण को लेकर बुधवार को बनी हंगामे की स्थिति के बाद गुरुवार को कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बड्डा दादा मैदान पहुँचकर सीएम राइज स्कूल के निर्माण में आ रही बाधाओं को समझा।
दरअसल बुधवार को महाराणा प्रताप वार्ड के पार्षद जीतू कटारे ने स्कूल के निर्माण को यह कहकर रुकवा दिया कि मैदान का उपयोग खेल गतिविधियों एवं वॉकिंग के लिए होता है। वहीं गुरुवार को कलेक्टर के पहुँचने के बाद मौके पर तीनों पक्षों ने अपने तर्क रखे।
मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. गीता गुईन ने कहा कि जिस क्षेत्र में स्कूल शिक्षा विभाग सीएम राइज स्कूल बना रहा है, उसी जमीन को चिकित्सा शिक्षा विभाग अपने आगामी प्रोजेक्ट के लिए आरक्षित रखना चाहता है, साथ ही स्कूल का निर्माण होता है तो मेडिकल कॉलेज के छात्रों से उनके खेल-कूदने का मैदान छिन जाएगा और आगे चलकर कॉलेज के एक्सटेंशन के लिए जगह ही नहीं बचेगी।
वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना था कि क्षेत्र की माँग को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा उक्त भूमि में सीएम राइज स्कूल व स्टेडियम बनाने की कार्य योजना तैयार की गई है। मौके पर पार्षद जीतू कटारे ने भी अपनी बात रखी।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने सभी के विचार सुनकर कहा कि स्थितियों की समीक्षा कर सीएम राइज स्कूल निर्माण की दिशा में उचित कदम उठाया जाएगा। इस माैके पर जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
नकल प्रकरण के आरोपियों पर हो कड़ी कार्रवाई
प्रतिनिधि, जबलपुर| विजय नगर थाना में मप्र छात्र संघ द्वारा गुरुवार को एक ज्ञापन सौंपा गया। अध्यक्ष अभिषेक पांडे के नेतृत्व में सौंपे गए उक्त ज्ञापन में यह बताया गया है कि बीती 21 फरवरी को क्षेत्र में स्थित महर्षि विद्या मंदिर में नकल प्रकरण सामने आया था।
इसके बाद थाने में संबंधित शिक्षकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने के साथ ही प्रदर्शन भी किया गया था, लेकिन इसके बावजूद आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है। इससे आरोपियों के हौसले बुलंद हैं तो वहीं संगठन सदस्यों में रोष भी व्याप्त है।
इसे देखते हुए तत्काल इस दिशा में उचित कार्रवाई की जाए, ताकि आगे से इस तरह के मामले सामने न आ सकें।