टोल प्लाजा में जमकर उत्पात मचाया, कर्मियों पर हमला, ऑफिस व वाहनों में की तोडफ़ोड़
शहपुरा थाने में मामला दर्ज, तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया
डिजिटल डेस्क जबलपुर। शहपुरा थाना क्षेत्र स्थित टोल प्लाजा से वाहन निकालने की बात को लेकर हुए विवाद के बाद गुरुवार की दोपहर एक दर्जन से अधिक युवकों ने उत्पात मचाते हुए कर्मचारियों पर हमला कर दिया। इस दौरान नाके में अफरा-तफरी मच गयी। हथियारबंद युवकों ने मारपीट के बाद नाके के ऑफिस व केबिन में घुसकर तोडफ़ोड़ की और वाहनों को भी निशाना बनाया। हमले में घायल कर्मियों की रिपोर्ट पर हमलावरों के खिलाफ बलवा, तोडफ़ोड़ करने आदि धाराओं के तहत मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पूरी घटना टोल नाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है और इसके वीडियो भी वायरल हुए हैं।
जानकारी के अनुसार टोल नाका इंचार्ज महेंद्र सिंह राजपूत ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि गुरुवार की दोपहर वह ऑफिस के कमरें में सो रहा था। उसी दौरान एक दर्जन से अधिक बदमाश तलवार, लाठी व बेसबॉल के डंडे लेकर घुसे और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। विरोध करने पर सभी ने हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं इससे पहले टोल पर बैठीं राखी गोंड व सोनिया गोंटिया पर भी हमला किया एवं एक कर्मचारी राजेंद्र केवट की कार में भी तोडफ़ोड़ की। हमलावरों में रोहित सिंह लोधी, लोकेंद्र सिंह, राहुल सिंह, राहुल चौहान, ओम रजक, आशुतोष सिंह व अन्य शामिल थे। घायलों की रिपोर्ट पर बलवा, तोडफ़ोड़ सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने तीन आरोपी रोहित सिंह लोधी, लोकेंद्र सिंह व राहुल सिंह लोधी को गिरफ्तार किया, वहीं अन्य की तलाश की जा रही है।
नाके पर मची अफरा-तफरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुरुवार की दोपहर जिस वक्त नाके पर हमला किया गया उस दौरान वहाँ पर कई यात्रियों के वाहन खड़े थे। अचानक हमलावर कार से तलवार, लाठियाँ व बेसबॉल के डंडे लेकर उतरे और हमला बोल दिया जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गयी और यात्री वाहनों के चालक किसी तरह वाहन लेकर वहाँ से जान बचाकर भागे।
बूम व केबिनों में की तोडफ़ोड़
पुलिस के अनुसार हमलावरों ने नाके पर तैनात कर्मियों को खदेड़ा और फिर नाके के बूम तोड़ते हुए केबिनों में घुसकर कम्प्यूटर तोड़े इसके बाद भी वे रुके नहीं और ऑफिस के एक-एक कमरों में घुसकर इलेक्ट्रॉनिक सामानों में तोडफ़ोड़ की।
ठप हुुआ सिस्टम, फ्री हुआ नाका
जानकारी के अनुसार तोडफ़ोड़ के बाद नाके के सभी बूम व कम्प्यूटर आदि सामान क्षतिग्रस्त होने से पूरा सिस्टम ठप हो गया जिसके बाद नाके से निकलने वाले वाहनों से टोल टैक्स नहीं वसूला जा सका। उधर तोडफ़ोड़ करने वालों ने नाका कर्मियो को धमकाया कि दोबारा उनके वाहनों को नाका पर रोका गया तो सभी को जान से मार देंगे।