जबलपुर: हॉकर्स जोन में पक्की दुकानें फिर भी सड़क पर लग रहा सब्जी बाजार

  • रांझी स्थित बड़ा पत्थर में मनमानी, लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी
  • दिन-भर बन रहे जाम के हालात
  • नगर निगम द्वारा निर्मित हॉकर जोन में शुरुआत में भलीभांति सब्जी बाजार लगता रहा।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-10 10:30 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। स्मार्ट सिटी बन रहे इस शहर के उपनगरीय इलाके आज भी अनेक समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसा ही कुछ रांझी क्षेत्र स्थित बड़ा पत्थर इलाके में भी देखने को मिल रहा है।

जहाँ सब्जी विक्रेताओं को नगर निगम द्वारा पूर्व में निर्मित डिवाइडर पर हॉकर जोन बनाकर दिया गया। लेकिन यहाँ पर अब पक्की दुकानें निर्मित कर ली गई हैं तो वहीं सब्जी व्यापारियों द्वारा सड़क पर बैठकर ही अपना व्यवसाय किया जा रहा है। इसी के चलते दिन-भर यहाँ जाम और एक्सीडेंट के हालात बने रहते हैं।

धीरे-धीरे बढ़ती गई व्यापारियों की तादाद

क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि करीब दो दशक पूर्व नगर निगम द्वारा बड़ा पत्थर तिराहे पर रोड डिवाइडर का निर्माण करवाया गया था। इसके बाद सब्जी विक्रेताओं के लिए इसी डिवाइडर को हॉकर जोन में तब्दील कर दिया गया और शुरुआती दिनों में इक्का-दुक्का सब्जी व्यापारी ही यहाँ अपना व्यापार करते थे।

लेकिन समय बीतने के साथ ही उनकी तादाद बढ़ती चली गई और वर्तमान में करीब एक दर्जन सब्जी व्यापारियों द्वारा अपने परिजनों सहित 3-3 दुकानें यहाँ पर लगाई जा रही हैं।

सब्जी दुकानों के साथ लगने लगे फलों के ठेले- क्षेत्रीय जनों अनूप हल्दकार, दिलीप पाठक, संतोष कनौजिया, हेमंत पटेल और रोहित सूर्यवंशी आदि की मानें तो नगर निगम द्वारा निर्मित हॉकर जोन में शुरुआत में भलीभांति सब्जी बाजार लगता रहा।

लेकिन कुछ दिनों बाद ही डिवाइडर पर चिकन, मछली, अंडों एवं चाय-नाश्ता आदि की पक्की दुकानें लगाई जाने लगीं। इसके बाद से लेकर अभी तक सड़क पर ही सब्जी की दुकानों और बड़ी संख्या में फल विक्रेताओं के हाथ ठेले भी खड़े किए जाने लगे हैं।

बढ़ती चोरियों से भी लोग त्रस्त- क्षेत्रीय जनों का आरोप है कि बड़ा पत्थर के आगे स्थित एक स्कूल के पास शाम होते ही अहाते जैसे नजारे दिखने लगते हैं। जो कि देर रात तक यूँ ही बने रहते हैं।

उनके अनुसार बड़ा पत्थर से लेकर स्कूल के सामने मैदान तक सड़क के बीचों-बीच बनाए गए डिवाइडर में दोनों तरफ पीने वालों का जमावड़ा लगा रहता है। हालात ये हैं कि समीप ही बनी रिहायशी कॉलोनियों की महिलाएँ जो कि रात में भोजन उपरांत टहलने के लिए निकलतीं थीं उनका भी अब बाहर निकलना बंद हो गया है।

हर तरफ ऐसे ही लोगों की भीड़ यहाँ नजर आ रही है।

सड़क से निकलना तक हो रहा मुश्किल

बड़ा पत्थर इलाके में सड़क पर ही सब्जी एवं फलों की दुकानें लगने से सुबह से लेकर देर रात तक जाम के हालात बने रहते हैं। इतना ही नहीं अनेक बार तो यहाँ से दो-पहिया वाहनों से निकलना भी मुश्किल हो जाता है।

इसके साथ ही उक्त बेतरतीब दुकानों के कारण ही जब-तब सड़क हादसे भी सामने आ जाते हैं और कुछ दिनों पहले ही एक सवारी ऑटो तथा ई-रिक्शा आपस में टकरा गए थे। लेकिन इसके बावजूद नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के जिम्मेदार कभी भी यहाँ आकर जायजा तक नहीं लेते हैं।

इस संबंध में नगर निगम के बाजार अधीक्षक दिनेश प्रताप सिंह का कहना है कि जल्द ही इस इलाके में उचित कार्रवाई कर बाजार को व्यवस्थित कराया जाएगा।

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