जबलपुर: बारिश में कच्चे मकान की दीवार ढही, दबने से हुई दम्पति की मौत
- मझौली के वार्ड नंबर-12 में हुआ दर्दनाक हादसा, लोगों को सुबह लगी घटना की जानकारी
- सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मर्ग कायम कर प्रकरण जाँच में लिया है।
- लोगों को मदद के लिए बुलाया और मलबा हटवाया तो दम्पति मृत अवस्था में मिले।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मझौली थाना क्षेत्र में बुधवार की रात हुई तेज बारिश के दौरान वार्ड नंबर-12 में एक कच्चे मकान की दीवार व छप्पर ढह गया। दीवार का मलबा जिस कमरे में गिरा उस कमरे में सो रहे दम्पति उसमें दब गए और उनकी मौत हो गयी।
सुबह लोगों को दीवार ढहने की जानकारी लगी। उसके बाद वहाँ का मलबा हटाया गया तो दम्पति मृत अवस्था में मलबे में दबे हुए थे। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मर्ग कायम कर प्रकरण जाँच में लिया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर-12 में अशोक दाहिया उम्र 45 वर्ष अपनी पत्नी विमला दाहिया उम्र 42 वर्ष व बेटे विपिन, नितिन और अनुज के साथ रहते थे। बुधवार की रात खाना खाने के बाद दम्पति एक कमरे में व उनके बेटे दूसरे कमरे में सो गए थे।
रात 12 बजे के करीब क्षेत्र में तेज बारिश हुई उसी दौरान मकान की कच्ची दीवार व छप्पर ढह गया और कमरे में सो रहे अशोक व उनकी पत्नी विमला उसमें दब गए। बारिश के कारण किसी को आवाज सुनाई नहीं दी। सुबह जब लोगों ने मलबा हटाया तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
चार-चार लाख की आर्थिक सहायता
क्षेत्रीय विधायक अजय विश्नोई घटनास्थल पर पहुँचे और परिजनों से मिलकर उन्हें ढाढ़स बँधाया। उधर, मझौली तहसीलदार अादित्य जंघेला ने बताया कि मृतक दम्पति के परिजनों को 4-4 लाख की आर्थिक सहायता मंजूर की गयी है।
बेटे ने खटखटाया दरवाजा।
पुलिस के अनुसार सुबह मृतक का बेटा विपिन सोकर उठा और उसने बाजू के कमरे में सो रहे माँ व पिता के कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन दरवाजा नहीं खुला। उसके बाद उसने पड़ोस में रहने वाले अपने चाचा मुकेश दाहिया को बताया, उसके साथ मुकेश दरवाजा खुलवाने आया तो देखा कि जिस कमरे में अशोक अपनी पत्नी के साथ सो रहा था उसकी दीवार ढही है। उसके बाद उन्होंने लोगों को मदद के लिए बुलाया और मलबा हटवाया तो दम्पति मृत अवस्था में मिले।