जबलपुर: नैक टीम के सामने विवि ने दिखाई तैयारी निरीक्षण में स्टूडेंट्स से किया इंटरैक्शन
- रानी दुर्गावती विवि में नैक टीम का पहला दिन
- प्रजेंटेशन से हुई शुरुआत, तीन टीमें बनाकर अलग-अलग विभाग पहुँचे टीम के सदस्य
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (नैक) की टीम ने गुरुवार से रानी दुर्गावती विवि के निरीक्षण की शुरुआत की। पहले दिन टीम ने विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया, वहीं विभागों का प्रजेंटेशन भी देखा। नैक के आगमन को लेकर विवि में तैयारियाँ चाक चौबंद नजर आईं।
टीम पहले दिन जिन-जिन विभागों में पहुँची, वहाँ स्टूडेंट्स के साथ इंटरैक्शन भी किया। नैक टीम में 7 सदस्य शामिल हैं। विवि पहुँचने पर प्रशासनिक भवन में टीम का स्वागत एनएसएस वालेंटियर्स द्वारा किया गया, इस दौरान आदिवासी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद टीम आईक्यूएसी पहुँची, जहाँ सबसे पहले कुलपति प्रो. राजेश वर्मा ने विवि की उपलब्धियों और कार्यों के बारे में प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी।
अब बारी थी विभागों द्वारा प्रजेंटेशन देने की, जिसकी शुरुआत पत्रकारिता विभाग से हुई और एक-एक कर 12 विभागों ने टीम के सामने प्रजेंटेशन दिया। बता दें कि पियर टीम विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नैक को भेजी गई एसएसआर रिपोर्ट के तहत किए गए दावों को परख रही है।
7 सदस्यीय नैक टीम में चेयरमैन डॉ. जय प्रकाश यादव, समन्यक प्रो. मनु प्रताप सिंह, डॉ. अमलेश भोवल सदस्य, डॉ. मराकनम श्रीनिवासन उमाशंकर सदस्य, डॉ. सुजाथम्मा पल्लमपल्ली सदस्य, डॉ. प्रीति वर्मा सदस्य एवं डॉ. रेखा पांडे विषय-विशेषज्ञों के रूप में शामिल हैं। 2 दिन और चलने वाले निरीक्षण के बाद तैयार रिपोर्ट से ही विवि की ग्रेडिंग तय होगी।
दोपहर बाद विभागों में पहुँची नैक टीम
पहले दिन नैक टीम ने सेंट्रल लायब्रेरी के अलावा 8 विभागों का निरीक्षण किया। 7 सदस्यीय दल तीन हिस्सों में बंटा और दोपहर बाद अलग-अलग विभागों के निरीक्षण की शुरूआत की। टीमें लॉ, यूआईएम, फिजिकल एजुकेशन, डीआईसी, फिजिक्स, बायो साइंस, गणित, कम्प्यूटर साइंस और केमिस्ट्री विभाग समेत अन्य विभागों में पहुँची।
विभागों में क्लासरूम, लायब्रेरी, लैब, फोटो गैलरी आदि की जानकारी हासिल की। पत्रकारिता विभाग में सालाना प्रकाशित रिसर्च जर्नल, समाचार-पत्र और न्यूजपेपर वॉल का अवलोकन किया। स्टूडेंट्स द्वारा बनाई गई लघुफिल्म देखने के अलावा न्यूज स्टूडियो की कार्यप्रणाली को देखा।
मौके पर उपस्थित स्टूडेंट्स और रिसर्च स्कॉलर्स से भी बात की, सवाल पूछे। शारीरिक शिक्षा विभाग की खेल उपलब्धियों की भी टीम ने सराहना की।