जबलपुर: दुकान के स्मार्ट मीटर में लगी आग, दहशत में आ गए लोग
- सुपर मार्केट स्थित एक बिल्डिंग में घटना, घंटों तक रही अफरा-तफरी
- केबल के साथ ही मीटर भी पटाखों की तरह जलने लगा
- आग लगने के दौरान कई लोग बिल्डिंग के ऊपर वाले फ्लोर में फँसे हुए थे।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बिजली कंपनी द्वारा शहर में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर का विरोध किया जा रहा है। इसी बीच स्मार्ट मीटर में सोमवार को आग लगने की घटना हुई। सुपर मार्केट की एक बिल्डिंग स्थित शिल्पा एजेंसी में लगे स्मार्ट मीटर में अचानक आग लग गई।
केबल के साथ ही मीटर भी पटाखों की तरह जलने लगा। मीटर आग की लपटों से घिर गया। मीटर में हो रहे विस्फोट की जानकारी फौरन बिजली विभाग और फायर ब्रिगेड को दी गई। आग लगने से लोग दहशत में आ गए और अफरा-तफरी का माहौल हो गया, जिसके बाद बिजली कर्मियों ने मीटर कनेक्शन काटकर आग पर काबू किया।
मीटर में कुछ देर बाद आग खुद ही बुझ गई। इधर व्यापारी मीटर की गुणवत्ता काे लेकर सवाल उठा रहे हैं।
बताया जाता है कि पश्चिम संभाग के अंतर्गत सुपर मार्केट की तीन मंजिला बिल्डिंग के सबसे नीचे वाले तल में करीब एक दर्जन से अधिक बिजली के मीटर लगे हुए हैं, उसमें सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे अचानक ही आग लग गई। तेज धमाके के साथ मीटर जलने लगे।
दूसरी ओर बिजली कंपनी का कहना है कि एक ही मीटर में आग लगी। आग लगने से आसपास के लोग दहशत में आ गए। आग लगने के दौरान कई लोग बिल्डिंग के ऊपर वाले फ्लोर में फँसे हुए थे।
शहर में कई बिल्डिंगों में लगाए जा रहे हैं मीटर
शहर में कई बहुमंजिला इमारत हैं। इन इमारतों में बिना किसी सुरक्षा मापदंड के मीटर लगाए गए हैं जिसके कारण कभी भी आग लगने की दुर्घटना हो सकती है।
इन दिनों जबलपुर में स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी मीटर बदलने का काम कर रही है, जिसमें कि थोड़ी सी भी लापरवाही होती है तो आग लग जाती है। जिन घरेलू उपभोक्ताओं के मीटर बंद हैं, वे ठेका कर्मियों से नए मीटर लगाने की मिन्नत कर रहे हैं।
ऐसे मामलों में बीच का रास्ता निकालने की बात भी सामने आ रही है और ठेका कर्मी भी जेब खर्च मिलने के कारण ऐसे मीटरों को बदलने पर खास फोकस कर रहे हैं।
शहर में अभी तक करीब 80 हजार मीटर लगाए जा चुके हैं। सुपर मार्केट स्थित शिल्पा एजेंसी के जिस मीटर में आग लगी है वह करीब तीन साल पहले लगा था। आग किस कारण से लगी इसकी जाँच की जा रही है। जाँच के बाद ही असलियत पता चल सकेगी। अधिक लोड के कारण भी आग लगने की संभावना रहती है।
- एसके सिन्हा, कार्यपालन यंत्री पश्चिम संभाग