जबलपुर: जो सड़क सेन्ट्रल रोड फंड से बनीं वे मेंटेनेंस को तरस रहीं
- सगड़ा-भेड़ाघाट मार्ग हो या फिर वाएएमसीए से गौर-बरेला सड़क, इनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं
- कहीं गड्ढे हो गए, कहीं दरारें ताे कहीं फुटपाथ को ही गायब कर दिया
- पेयजल योजना के पाइप बिछाने जो किनारे हिस्सा तोड़ा गया उसको तक नहीं सुधारा गया।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के 70 करोड़ के फंड से वाएएमसीए तिराहा से बिलहरी गौर-बरेला सड़क को कुछ साल पहले तैयार किया गया। इसी तरह सेन्ट्रल रोड फंड से सगड़ा-भेड़ाघाट मार्ग 50 करोड़ की लागत से निर्मित किया गया। यह दोनों सड़कें बनने के बाद जनता को सहूलियत हुई।
इससे काेई इनकार नहीं करता लेकिन इन सड़कों को बनाने के बाद निर्माण एजेंसियों ने इनकी देखरेख नहीं की और ध्यान देना ही बंद कर दिया। नतीजा यह है कि इन सड़कों में अब जनता कई हिस्सों में परेशान होने लगी है।
गौर सड़क में सड़क कहीं ऊँची-नीची हो चुकी है, दरारें पड़ी हैं, सड़क पर गिट्टियाँ उभर आई हैं। सड़क में मार्किंग नहीं जिससे रात के समय चलने में दिक्कत है। मार्ग अब कई हिस्सों में मेंटेनेंस माँग रहा है।
इसी तरह की हालत सगड़ा-भेड़ाघाट मार्ग की है, इसमें भी कई जगह सड़क खराब है। इसमें तो लंबे हिस्से में लोगों ने फुटपाथ को गायब कर दिया। इन मार्गों में चलने के दौरान महसूस किया जा सकता है कि सड़क को केवल एक बार बनाया गया और आगे भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। अब इनकी देखरेख के बिना यह बदहाल होने लगी हैं।
इन विभागों की जिम्मेदारी
गौर-बरेला सड़क को लोक निर्माण एनएच ने बनाया है। इस मार्ग में लोक निर्माण एनएच के अधिकारियों का कहना है कि हस्तांतरण के बाद नगर निगम और लोक निर्माण विभाग को इसकी देखरेख करनी है, सभी सुधार ये दोनों विभाग करेंगे।
इधर सगड़ा मार्ग में लोक निर्माण विभाग ने बनाने के बाद इसमें शर्तों के अनुसार आज तक किसी तरह से मेंटेनेंस की ओर ध्यान ही नहीं दिया। पेयजल योजना के पाइप बिछाने जो किनारे हिस्सा तोड़ा गया उसको तक नहीं सुधारा गया।