जबलपुर: राजस्व अभियान के लिए छुट्टी में भी सक्रिय रहा राजस्व विभाग
- शिविर लगाकर प्रकारणों का निराकरण किया जा रहा है।
- 31 अगस्त अंतिम तारीख से पहले हर तहसील अपना कार्य बेहतर तरीके से करने का प्रयास कर रही है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। राजस्व विभाग में इन दिनों राजस्व महाअभियान 2.0 के लिए तहसीलों में कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है। नक्शा तरमीम, ई-केवायसी, नामांतरण और अभिलेख दुरुस्ती का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
31 अगस्त अंतिम तारीख से पहले हर तहसील अपना कार्य बेहतर तरीके से करने का प्रयास कर रही है।यही कारण है कि शनिवार, रविवार और यहाँ तक कि श्रीकृष्ण जनमाष्टमी के अवकाश में भी राजस्व विभाग में कार्य होता रहा।
फिलहाल सबसे अव्वल पनागर तहसील है जबकि दूसरे नम्बर पर पाटन है। गोरखपुर और अधारताल सबसे आखिर नौवें और दसवें नम्बर पर हैं।
जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे राजस्व महाअभियान 2.0 में नक्शा तरमीम के 2 लाख 44 हजार 488 प्रकरणों का टारगेट दिया गया था, जिनमें से 45159 प्रकरणों का निपटारा हो गया है, जबकि 199329 पेंडिंग हैं।
इसी प्रकार किसानों के ई-केवायसी के कुल 7 लाख 33 हजार 757 प्रकरणों का टारगेट दिया गया था, जिनमें से 5 लाख 33 हजार 732 प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है। नामांतरण के कुल 4863 प्रकरणों का टारगेट था जिनमें से 4861 प्रकरण हल हो चुके हैं और केवल 2 प्रकरण शेष हैं।
एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह ने बताया कि राजस्व महाभियान में कुछ तहसीलों ने बेहतर कार्य किया है। शिविर लगाकर प्रकारणों का निराकरण किया जा रहा है।